भोपाल(सैफुद्दीन सैफी) राजधानी मे चल रहे कुछ निजी ईसाई मशनरी के स्कूलो की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है, 2 माह पूर्व मध्य प्रदेश हाईकोर्ट भी निजी स्कूलो के मनमानी फीस वसूलने को लेकर तल्ख टिप्पणी कर चुका है,बावजूद इसके मध्यप्रदेश सरकार का शिक्षा विभाग और उसके अधिकारी आज तक इन ईसाई मिशनरी के स्कूलो की लूटखोरी और मनमानी पर रोक लगाने मे अपने को नपुंसक साबित कर रहे है। ताजा मामला ईदगाह स्थित सेंट जोसफ गर्ल्स कान्वेंट हायर सेकेन्डरी स्कूल का आया है, यहाँ स्कूल मेनेजमेंट ने kg क्लास मे एडमिशन के नाम पर बच्चो के पालको से नवेंबर और दिसंबर माह मे ऑनलाइन आवेदन 500 रुपए की फीस जमा करवाकर भरवाए ऑनलाइन फार्म लेने की इस प्रक्रिया मे गत 2 सालो से राजधानी के करीबन 1हज़ार से अधिक पालक फार्म जमा करते है। मगर स्कूल मेनेजमेंट की शातिर दिमाग प्राचार्य एक दो बच्चियों को ही एडमिशन देती है बाकी पालको से ऑनलाइन आवेदन के नाम पर वसूला गया लाखो रुपया मेनेजमेंट हर साल हड़प कर रहा है, जो की पूरी तरह से गैर कानूनी है और सीधे सीधे जनता के साथ स्कूल मेनेजमेंट की चार सो बीसी है मगर न तो जिले के जिला शिक्षा अधिकारी की इतनी बिसात है की वो इन गड़बड़ झालो को देख सके न जिले के कलेक्टर को परवाह की वो ये देखने की कोशिश करे की इन ईसाई मिसनरी के स्कूलो मे क्या मनमानी चल रही है क्यो की कलेक्टर खुद कुछ वी॰ वी॰ आई॰ पी॰ लोगो के फोन काल पर इन स्कूलो मे बच्चो के एडमिशन के लिए प्राचार्य को रिक्वेस्ट करते रहते है, अब जिस निजी स्कूल के मेनेजमेंट को सीधे पुलिस मुख्यालय मे बैठे कुछ सीनियर पुलिस अधिकारी और कलेक्टर प्लीज़ मेडम देख लीजिएगा करते हो तो फिर स्कूल के प्राचार्य के होसले कुछ भी करने को और आम जनता से किसी भी जुबान मे बात करने को बुलंद तो रहना ही है, अब सवाल ये है की आम जनता अब अपने लुटने की फरियाद किस्से करे? जब सरकारी कारगुजार ही लूटने वालों के एहसानमंद होते हो (खबरे अभी और भी है इस स्कूल की पड़ते रहे लोकजंग )
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