सिलावद (बड़वानी) कभी लोन के लिए परेशान होने वाली रेवाबाई ने खुद बैंक खोलने की ठानी और आज अपने बैंक को आजीवका मिशन के तहत रजिस्टर्ड करके सैकड़ो महिलाओ को लोन दे रही है वो भी बिना किसी गारंटर के. सात सालो में अब इस बैंक की 450 गाँवों में शाखाये है. और बड़ी बात ये है कि कोई आज तक डिफॉलटर भी नहीं है. समृद्धि बैंक अब तक तीन करोड़ से ज्यादा का कर्ज बाँट चुका है. जिला मुख्यालय से पचास किमी गंधावल की रहने वाली रेवा बाई अनपढ़ है लेकिन सैकड़ो महिलाओ के लिए प्रेरणाश्रोत बन चुकी है. रेवाबाई का सम्मान नाबार्ड,सीम शिवराजसिंह चौहान पहले हे कर चुके है.अब प्रधानमंत्री मोदी नई दिल्ली में 14 अप्रैल को आयोजित आजीविका फेयर कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित करेंगे. उनके साथ एक और महिला बैंक सखी निरमा सोलंकी को भी सम्मानित किया जाएगा.
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