भोपाल-नीलम पार्क पर अपनी मांगो को लेकर पिछले 44 दिनों से धरने पर बैठे दृष्टिहीनों पर मंगलवार को पुलिस ने ऐसी बर्बरता दिखाई की इंसानियत शर्मसार हो गयी. पहले पुलिस ने उन्हें नीलम पार्क में कैद कर गेट पर ताला लगा दिया. करीब ढाई घंटे तक बेचारे दृष्टिहीन पार्क में कैद रहे,जब उनके सब्र का बाँध टूट गया तो वे ताला तोड़ कर सड़क पर आ गए.जब वे मुख्यमंत्री निवास की ओर जाने लगे तो पुलिस ने उन्हें पार्क के गेट के सामने से ही हिरासत में ले लिया.और जबरदस्ती पकड़ पकड़ कर पुलिस वाहनों में ठूंसना शुरू कर दिया.पुलिस की अचानक कार्यवाही से वे घबरा गए और खिड़कियों की कांच पर हाथ मारने लगे जिससे कई आंदोलनकारियों के हाथो में चोट आ गयी.आंदोलनकारियों का आरोप है की पार्क से लेकर गाँधी नगर थाने तक पुलिस उन्हें लाठियों से पीटती रही.एक ही वाहन में उन्हें जानवरो की तरह से ठूँस दिया गया.पुलिस ने 14 आंदोलनकारियों पर कार्यवाही की. इनमे से ९ दृष्टिबाधितों को जेल भेज दिया और पांच को मौके पर जमानत दे दी गयी.
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