दमोह. (सूर्यकांत द्विवेदी) घर में दूसरी संतान के रूप में बेटा हुआ तो सारा परिवार खुशियां मना रहा था। पहली संतान बेटी थी जो डेढ़ साल की हो गई थी। दूसरी संतान के रूप में बेटा पैदा हुआ। घर व पड़ोस के सभी चिर-परिचित खुश थे। घर में ढोल-नगाड़े बच रहे थे। महिलाएं सोहरे गा रहीं थीं। खुशी के इस माहौल में अचानक सुबह प्रसूता को नहाने के लिए नीम का गर्म खौलता हुआ पानी तैयार किया गया। गर्म पानी जब वाशरूम में रखा गया तो वहां पर पहली संतान डेढ़ साल की बेटी खेलते-खेलते चली गई। बस यहीं से शुरू हो गया संकट का समय। नादान मासूम बेटी समझ नहीं पाई कि गंज में गर्म खौलता हुआ पानी रखा है। वह अपने कोमल हाथों से गंज को पकडऩे का प्रयास करने लगी तो खौलता हुआ पूरा पानी उसी के ऊपर जा गिरा। मासूम की चीख-पुकार सुनकर एक मिनट में पूरा परिवार दौड़ा। लेकिन तब मासूम गर्म पानी से झुलस चुकी थी। बाद में उसे जिला अस्पताल लाया गया। लेकिन उसे बचा नहीं सके।
यह है पूरा मामला-
जिले के पथरिया थानांतर्गत एक डेढ़ साल की मासूम की गर्म पानी से जलने पर दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है। जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के नंदरई गांव में एक डेढ़ साल की मासूम गर्म पानी से जलने के बाद जिला अस्पताल में २८ फरवरी को भर्ती कराई गई थी। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मामले में मेघराज ठाकुर ने बताया है कि उसकी पत्नी के यहां करीब एक सप्ताह पूर्व डिलेवरी हुई थी। जिसके के लिए सोर उठने पर उसकी पत्नी के लिए नहाने को गर्म पानी बाशरूम में रखा था। लेकिन वहां पर खेलते-खेलते उसकी डेेढ़ साल की बेटी सौम्या चली गई। जिसने गंज में रखे गर्म पानी में हाथ मार दिया। गर्म पानी मासूम सौम्या के ऊपर गिरा। जिसे गंभीररूप से झुलसने पर उसे तत्काल ही जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन उसकी इलाज के दौरान बुध/गुरुवार की दरम्यानी रात उसकी मौत हो गई। मेघराज ने बताया कि उसकी एक बेटी सौम्या थी और दूसरी डिलेवरी में उसे एक सप्ताह पूर्व एक बेटे के रूप में दूसरी संतान की प्राप्ति हुई थी। लेकिन वह अपनी पहली संतान बेटी सौम्या को नहीं बचा सका। शव परीक्षण के साथ पंचनामा कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है ।
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