टोक्यो: आजकल जापान के ओकिनावा टापू का पॉप बैंड ग्रुप ‘केबीजी 84’ की चर्चा पूरी दुनिया में है .यह बैंड देश की पहचान बन गया है। इस पहचान के कई कारण हैं।इस ग्रुप में सिर्फ महिलाये है. और सबसे आश्चर्य की बात ये है कि ग्रुप की हर सदस्य की उम्र 80 के पार है. उनमे जिंदगी को जीने की अद्भुत ललक है. ओकिनावा में इस ग्रुप के कार्यक्रम होते रहते हैं. महिलाएं पूरी ऊर्जा के साथ गाती-नाचती हैं.उनसे इस उम्र में ऐसी ऊर्जा का राज पूछो तो कहती हैं- इकिगई।जापानी में इकिगई का मतलब होता है- जिंदगी जीने की ललक। बैंड के सदस्य नातसुको बताते हैं- ‘सबसे सीनियर सदस्य की उम्र 100 से ज्यादा है। अब बैंड के तमाम लोग 100 की ओर बढ़ रहे हैं। लोग हमें सैंटेनेरियन (100 की उम्र वाली लोगों का ग्रुप) बैंड कहते हैं।’ इस बैंड के अब तक 2 म्यूजिक एलबम भी रिलीज हो चुके हैं।दुनियाभर में जापानी शहर ओकिनावा की पहचान ‘अमर लोगों की जमीन’ के नाम से है। यहां हर एक लाख लोग में से 50 लोगों की उम्र 100 साल के पार है। यूं तो जापान देश ही लंबी जिंदगी जीने वालों के लिए जाना जाता है। जापान में 67,824 लोग उम्र का शतक पूरा कर चुके हैं। 94 साल की टॉमी मेनाका बैंड की रॉकस्टार हैं। दांत नहीं हैं तो खाना नहीं खा पाती हैं। लिक्विड डाइट लेती हैं।लेकिन इससे उनके परफॉर्म में कोई कमी नहीं दिखाई देती है. वे सबसे साथ कदम से कदम और सुर से सुर मिलाती हैं। टॉमी कहती हैं- ‘हेल्थी डाइट हमारे शरीर को फिट रखती है और संगीत हमारे दिमाग को।’ जापान की सामाजिक स्थितियों पर शोध करने वाले डॉक्टर माकोटो सुजुकी बताते हैं- ‘जापान में बुजुर्गों के परिवार वाले उन्हें बोझ नहीं समझते, बल्कि उन्हें घर की धरोहर मानकर सहेजते हैं।’
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