भिंड- चित्रकूट के जंगलो में डकैतों का सफाया करने निकली एसएएफ की टीम के एक जवान की सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान प्यास से तड़प तड़प कर मौत हो गयी. उनका शव रविवार की शाम को सतना जिले के बटोही के जंगल में मिला. जवान का नाम सचिन्द्र शर्मा था. सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका गृह ग्राम काथा बुहारा में अंतिम संस्कार किया गया. जानकारी के अनुसार ग्वालियर में एसएएफ की 14 वीं बटालियन की ई कंपनी में तैनात सचिन्द्र शर्मा की ड्यूटी सतना जिले में चल रही थी. शुक्रवार की दोपहर एक बजे वे अपने पलटन कमाण्डर सर्वेश सिंह जवान अशोक सिंह, व् शिवमोहन के साथ सतना चित्रकूट हाइवे पर स्थित एसएएफ के बगदरा चेकपोस्ट के करीब पांच किमी दूर बरकत बाबा के जंगल में पांच लाख रु के इनामी डकैत बबली कोल की गैंग की तलाश में निकले थे. उनके साथ जिला पुलिस का बल भी था. कोई मूवमेंट न मिलने पर पुलिस पार्टी वापस लौटने लगी.करीब डेढ़ किलोमीटर चलने के बाद जवानो को प्यास सताने लगी. नयागांव थाने के एसआई कप्तान सिंह ने एसएएफ के चारो जवानो को वही रुकने को कहा और वे अन्य साथियो के साथ पानी की तलाश में एसएएफ की बगदरा पोस्ट की ओर रवाना हुए. पुलिस पार्टी जब पानी लेकर लौटी तब तक चार जवान वहां से गायब थे. इसमें से तीन जवान जैसे तैसे शुक्रवार की रात तक मिल गए.लेकिन सचिन्द्र लापता रहे. रविवार की शाम को पांच बजे बटोही के जनागल में उनका शव मिला.
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