भोपाल- गाँधी नगर के शांति नगर बस्ती में रहने वाले दंपत्ति को बेटे को बाजार न ले कर जाना इतना महंगा पड़ा कि उन्हें बेटे से ही हाथ धोना पड़ गया.पति पत्नी बाजार जा रहे थे और उनका दस साल का इकलौता बेटा धीरज उनके साथ जाने की जिद कर रहा था.काफी समझने के बाद भी वो नहीं मान रहा था.पिता को लग रहा था कि अगर वो साथ गया तो ज्यादा पैसा खर्च होगा.आखिर में धीरज को वे बड़ी बहनों के पास छोड़ कर बाजार चले गए.कुछ देर बाद बड़ी बहन आरती पास के घर में चली गयी..जब वावपस लौटी तो उसने देखा कि धीरज ने चादर का फंदा बना कर फांसी लगा ली है. उसकी चीख सुन कर पड़ोसी इकठ्ठा हो गए और धीरज को उतार कर अस्पताल ले गए. डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.पुलिस ने शव का पोस्ट मार्टम कर परिजनों को सौंप दिया.
|