भोपाल-स्वच्छ्ता अभियान में लगाकर दो साल से दूसरे नं पर आने वाली भोपाल नगर निगम ने एक बार फिर स्वच्छता सर्वेक्षण पर फोकस करना शुरू कर दिया है. पिछली बार जब भोपाल को देश में दूसरा नं मिला था तो कई को ये बात हजम नहीं हुई थी. उनका मानना था कि बीते साल नवाचार मामले में कबाड़ से जुगाड़ और इसी तरह से दिखावटी कामों को दिखा कर निगम ने देश में दुसरे स्वच्छ शहर का तगमा पाया था. इस बार निगम प्रशासन पूरी कोशिश कर रही है कि उनके हाथ से ये तगमा न छूटे और हो सके तो उन्हें पहला स्थान मिल जाये. इसके लिए नगर निगम आम जन को अवेयर कर रहा है.स्लम एरिया में दीवारों को पेंट कराया जा रहा है. शहर की दीवारों पर दुबारा पेंटिंग कराइ जा रही है. प्लास्टिक वेस्ट से निर्मित कुर्सियों को सार्वजानिक स्थानों पर लगाया जा रहा है. हालाँकि नगर निगम का कई जगहों पर ध्यान नहीं है. वेस्ट डिस्पोस करने करने का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है. कचरा जलाने, समय पर कचरा न उठाने वाले एएचओ दरोगा और सफाईकर्मियों पर कोई कार्यवाही नहीं होती है.सीवेज लाइन जाम है.रहवासी इलाको में दिन में दो बार और रात में सफाई नहीं हो रही है.जगह जगह कचरा दिखाई देता है. भानपुर खंती में अभी भी वेस्ट डिस्पोस हो रहा है. ससफ़ाई कर्मियों पर मॉनिटरिंग की कमी दिखाई दे रही है.
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