भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) म.प्र. पर्यटन विकास निगम(MPT) मे सिक्योरिटी गार्ड के टेंडर मे हुये घोटाले को लेकर लोकायुक्त पुलिस ने नोटिस भेजकर फर्जीवाड़ा करने वाली फर्म को किए गए भुगतान समेत चार महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर जानकारी मांगी हैं। लोकायुक्त अधिकारियों के अनुसार घोटाले के संबंध मे आधी-अधूरी जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं। लोकायुक्त पुलिस ने नोटिस भेजकर जानकारी मांगी है कि “ निगम मे कुल कितने गार्ड लगाए गए” “रत्न एंपोरियम को कितना भुगतान किया गया”, “भुगतान का अंतिम निर्णय लेने वाले कौन अधिकारी जिम्मेदार हैं”, और टेंडर कुशल या अर्ध्द कुशल किस श्रमिक (सिक्योरिटी गार्ड) के लिए थे। इस नोटिस के पहले भी लोकायुक्त पुलिस द्वारा नोटिस भेजे गए, लेकिन निगम ने आधी-अधूरी जानकारी भेजी। इस नोटिस के बाद निगम के अफसर परेशान है। एमपीटी के तत्कालीन एमडी अश्विन लोहानी ने टेंडर का अंतिम अनुमोदन किया था। इसलिए वे भी जांच के दायरे मे हैं। टेंडर घोटाले मे जारी नोटिस का जबाब एमपीटी के एमडी राव को देना हैं। उन्होने बुधवार को लोकायुक्त पुलिस से नोटिस का जबाब देने के लिए 15 दिन का समय मांगा हैं।
|