भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) राजधानी मे हो रही आए दिन आवारा कुत्ते से जुड़ी समस्या से निपटने के लिए सरकारी सिस्टम सालाना 3.30 करोड़ रूपय नगर निगम खर्च कर रहा हैं। दो करोड़ रूपय एबीसी और कुत्ते के वेक्सीनेशन पर खर्च हो रहे हैं। कुत्ते के काटने से रेबीज के वेक्सीनेशन पर ओसतन सालाना एक करोड़ रूपय स्वास्थ्य विभाग अलग खर्च कर रहा हैं। नगर निगम के डॉग स्क्वोड मे लगभग 40 सदस्यीय टीम और 6 डॉग कैचर व्हीकल आवारा कुत्ते को पकड़ने के लिए निर्धारित हैं। यह रोजाना शहर मे कुत्ते की तलाश मे दौड़ते हैं। यह दौड़ कितने कागजो पर हैं और कितनी धरातल पर हैं इसका अंदाजा शहर मे हो रहे रोजाना डॉग बाइट मे लगाया जा रही हैं। जबकि स्क्वोड पर हर साल का 60 लाख रूपय खर्च हो रहा हैं। सरकारी अस्पताल मे रोजाना 150 से 200 के करीब डॉग बाइट के केश पहुँचते हैं। और प्राइवेट हॉस्पिटल भी प्रतिदिन का ओसत 150 डॉग बाइट केश के मरीज के लगभग ही हैं।
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