भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) घरवासी नगर निगम वालों को बार बार नोटिस दे रहे हैं अपने जर्जर मकान-दुकान ज़मींदोज़ करना चाहते हैं, लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार इस पर ध्यान ही नहीं दे रहे। ऐसे मे बारिश के दौरान हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। इतवारा इलाके के निवासी, मो॰ इलियास को निगम तीन साल से नोटिस दे रहा हैं, इलियास अपने जर्जर मकान को गिराने के लिए, तीन महीने से अफसरो के चक्कर काट रहे हैं। निगम सिर्फ नोटिस दे रहा है, कोई कार्रवाई नहीं हुई हैं। इसी प्रकार से शहर मे 900 जर्जर भवनो मे से करीब 100 के भवन मालिक बिना शर्त इन्हे गिराने को तैयार हैं। लेकिन निगम पहल नहीं कर रहा। अपर आयुक्त रणवीर सिंह का कहना है की यह सिविल शाखा का काम हैं। अनुमति हो जाती हैं। बारिश के पहले जर्जर भवनो को हटाने कोशिश शुरू की जाएगी।
प्रक्रिया.....
धारा 310 के तहत जर्जर भवन गिराने के अधिकार इंजीनियर को दिये हैं। कार्रवाई के दौरान पुलिस और प्रशासन को पत्र संबंधित विधानसभा क्षेत्र के अपर आयुक्त के हस्ताक्षर से भिजवाया जाता हैं।