भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) दो साल पहले नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट (एनएलआईयू) मे बीएएलएलबी (ऑनर्स) के छात्रों को फेल होने के बाद भी डिग्री अवॉर्ड कर दी हैं। इस मामले मे अभी तक सिर्फ परीक्षा शाखा के असिस्टेंट रजिस्ट्रार रंजीत सिंह को बर्खार्स्ट किया गया हैं। जबकीस मामले को दो साल से भी अधिक समय हो गया हैं लेकिन जब आँय लोगो के नाम सामने आए तो यूनिवर्सिटी इसकी रिपोर्ट उजागर तक करने से परहेज कर रही हैं। जब की सिंह ने भी इस रिपोर्ट को लेने के सूचना का अधिकार, अधिनियम का उपयोग कर आवेदन दिया था लेकिन यूनिवर्सिटी ने रिपोर्ट को गोपनीय बताते हुये इंकार कर दिया। सिंह ने रिपोर्ट लेने के लिए 7 जनवरी को आवेदन किया था। अब सिंह ने सूचना आयोग मे आवेदन कर दिया। इंकार करने का कारण बताते हुये यूनिवर्सिटी ने कहा की अभी यह प्रकरण प्रक्रिया है इसलिए रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराई जा सकती हैं। क्योकि इससे अधिकारियों की आशंका प्रभावित हो सकती हैं।
फेल होने के बाद भी छात्रो को डिग्री अवॉर्ड
2017 मे छात्रो के फेल होने के बाद भी डिग्री देने के मामला सामने आया था। इसके बाद इंटर्नल कमेटी की रिपोर्ट के हाईकोर्ट के रिटायर्ड़ जस्टिस अभय गोहिल की रिपोर्ट मे भी यह गड़बड़ी सामने आया। इस मामले मे तत्कालीन रजिस्ट्रार गिरिबाला सिंह ने भी छात्र-छात्राओ के परीक्षा व रिजल्ट संबंधी रिकॉर्ड का परीक्षण किया गया। इसी बीच छात्र आंदोलन होने के कारण तत्कालीन डाइरेक्टर प्रो॰ एसएस सिंह को इस्तीफा देना पड़ा था।
नोटिस.....
मामले ने जो भी निर्णय होगा जनरल काउंसिंल मे होगा। इसकी पूरी एक प्रक्रिया हैं संबंधितो को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। जवाब मिल गए हैं। इसको काउंसिंल की बैठक मे रखा जाएगा। - प्रो॰ वी॰ विजय कुमार कुलपति एनएलआईयू