भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) राजधानी के जहांगीराबाद और अशोका गार्डन मे महिला बाल विकास चाइल्ड लाइन और क्राइम ब्रांच कि टीम ने दबिश देकर बच्चो से भीख मंगवाने वाले दो गिरोह के 23 लोगो को पकड़ा हैं। इनसे 7 पुरुष और 16 महिलाएं हैं। इनमे 2 से 17 साल तक के 44 बच्चो को रेसक्यू कर श्यामला हिल्स स्थित ट्राइबल हॉस्टल मे रखा गया हैं। आरोपियों ने खुद को हैदराबाद और कानपुर का निवासी बताया हैं। बोर्ड ऑफिस, ज्योति चौराहा, रोशनपुरा, रेलवे स्टेशन, हमीदिया अस्पताल के सामने, जुमेराती, जिंसी, सुल्तानिया अस्पताल के सामने, नादरा बस स्टैंड, ये वे स्थान है जहां अक्सर महिला पुरुष खुद को बीमार बता कर अथवा व्हील चेयर मे स्वस्थ बच्चे को विकलांग के रूप मे लिटाकर भीख मांगते थे। बच्चो कि रोज लोकेशन भी बदली जाती थी ताकि कोई पूछताछ न हो। बाल कल्याण समिति के अफसरो ने बाते कि दोनों गिरोह कि महिलाए और पुरुष पाँच साल के बच्चो को साथ मे रख कर भीख मांगती थी। इन महिलाओ, बच्चो को नशीला पदार्थ सूंघा देते थे। जिसे वह बीमार दिखाई दे और लोग तरस खाकर भीख दे दे। मंगलवार को पकड़े गए महिला-पुरुष के पास थे कोई नशीला पदार्थ जब्त नहीं हुआ है लेकिन रैली के दौरान बच्चो मे नशीले पदार्थ के इनपुट पाये गए हैं इसके चलते क्राइम ब्रांच वालों ने दोनों गिरोह के ठिकानो की फिर से जांच करने का कहा हैं।
भीख मँगवाने के लिए करते है तैयार-
बच्चो, महिला, पुरुष सभी को भीख मांगने की ट्रेनिंग देते है कि किस प्रकार से उनको भीख मांगा है जिससे लोगो को तरस आए और पैसे दे। विकलांग दिखने के लिए हाथ-पैर टेढ़े करने चलना, बेहोश होने का नाटक करना। गूंगा बन कर भीख मांगना। अंधा बनना जैसे आदि....
भीख मांगते बच्चे दिखे तो फोन करे.....
बच्चो का भविष्य बचाने के लिए जागरूक नागरिक का फर्ज निभाते हुये किसी जगह बच्चो को भीख मांगते दिखाई दे तो जागरूक नागरिक चाइल्ड लाइन नंबर 1098 लैंडलाइन नंबर 0755-2771080 और 2771090, डायल 100 पर जानकारी दे सकते हैं।