इंदौर। कोमल पहले पटवारी थी। 2006 पीएससी की परीक्षा देने के बाद वाणिज्यिक कर विभाग मे निरीक्षण बनी। वाणिज्यिक कर अधिकारी कोमल बाली के उषागंज स्थित घर और फॉर्म हाउस पर मंगलवार तड़के लोकायुक्त पुलिस ने आय से अधिक संपत्ति होने के आरोप मे कार्रवाई की। सुबह साढ़े पाँच बजे लोकायुक्त पुलिस उनके घर पहुंची। पाँच बार डोर वेल बजाने पर भी कोई नहीं आया। फिर कोमल और पति अशोक दोनों साथ आए। लोकायुक्त पुलिस ने सर्च कि जानकारी दी तो अशोक गुस्से मे आ गए और बोलो कि मैं भाजपा से जुड़ा हूँ इसलिए यह कॉंग्रेस सरकार के इशारे पर हो रहा हैं। लोकायुक्त टीम ने बताया ऐसा कुछ नहीं हैं। सर्च से पहले छानबीन कि जाती हैं उसके बाद सर्च। फिर सर्च वारंट दिखा कर टीम ने घर मे जाकर छानबीन शुरू की, लोकायुक्त एसपी सव्यसाची सराफ़ ने सुबह साढ़े चार बजे टीम को एक सीलबंद लिफाफे सौंपकर रवाना किया। नेहरू प्रतिमा पर जाकर लिफाफे खुले तो उसमे कोमल के यहा का सर्च करने की जानकारी थी। लोकायुक्त पुलिस निरीक्षण विजय चौधरी के अनुसार कोमल की चल-अचल संपत्ति की गणना की जाए तो एक करोड़ 40 लाखा रूपाय की संपत्ति और 18 बैंको मे खाने हैं।
सर्च मे मिली संपत्ति....
डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने बताया की कोमल के घर से 53 हज़ार रूपय नगद,10 लाख रूपय का सोना, एक किलो चाँदी और 18 बैंको मे खाते मिले हैं। इनोवा कार है उषागंज मे जो मकान खरीदा है उसकी कीमत 70 लाख रूपय हैं अभी खातो मे कितना रुपया जमा है यह पता करने के लिए लीड बैंक पत्र लिखा हैं।