भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) भोपाल मे स्थापित ऑटोमेटिक देवर स्टेशन (एडब्ल्यूएस) पिछले दो साल से बंद पड़ा हैं। केवल भोपाल मे ही नहीं बल्कि प्रदेश के 50 जिलो मे मेंटेनेंस के अभाव मे इन एडब्ल्यूएस ने पिछले एक साल मे एक-एक कर काम करना बंद कर दिया हैं। 2018 के मानसून सीजन से पहले प्रदेश के लगभग 22 वेदर स्टेशन चालू थे, लेकिन अब सिर्फ देवास जिले का ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन ही मौसम का लाइव डेटा संग्रहित कर पा रहा हैं। वर्षो से इन वेदर स्टेशन की देख-भाल तो दूर उनसे धूल भी नहीं झड़ाई गई हैं।
ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन सीधा सैटेलाइट से लिंक होते है जो तापमान, आर्द्रता, हवा की गति, दिशा, वायुदाब, बारिश की रियल टाइम जानकारी एकत्रित कर पुणे स्थित मौसम विभाग के नेशनल फोरकॉस्ट मुख्यालय को भेजता हैं। वर्तमान मे देशभर मे लगभग 700 ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन काम कर रहे हैं। हर जिले मे एक ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन लगा हुआ हैं।