भोपाल। (सुलेखा सिंगोरिया) हमीदिया अस्पताल से लगातार आ रही डॉक्टरो की शिकायत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। डॉक्टरो और मरीजो के बीच के झगडो को रोकने के लिए अब अस्पताल की इमरजेंसी यूनिट मे 24 घंटे पुलिस रहेगी। अस्पताल प्रबंधन ने एमपी नॉर्थ और कोहेफिजा थाने मे एक पत्र लिखा है। जिसमे नई व्यवस्था के तहत अस्पताल कि पुलिस चौकी को इमरजेंसी रूम मे शिफ्ट किया जाएगा। पुलिस चौकी दूर होने के कारण झगड़े का पुलिस को पता नहीं लगता हैं और पुलिस के पहुँचने से पहले बहस झगड़े मे बदल जाता हैं। कमिश्नर कल्पना श्रीवास्तव ने एसडीएम हुजूर राजकुमार खत्री को जांच का जिम्मा सौंपा था। एसडीएम खत्री ने दो डॉक्टरो के साथ अस्पताल का मुआयना किया। यहाँ के स्टाफ समेत डॉक्टर और मरीजो से बात करके रिपोर्ट तैयार कर कमिश्नर श्रीवास्तव को सौपी। रिपोर्ट मे पुलिस चौकी दूर होने, और अस्पताल मे मरीजो की संख्या ज़्यादा होने के कारण डॉक्टरो पर काम का बोझ अधिक समेत अन्य कारण बताए हैं। इसी के चलते चौकी को ब्लड बैंक से इमरजेंसी रूम मे शिफ्ट किया जाएगा।
कमिश्नर कल्पना श्रीवास्तव ने जिला अस्पताल को पत्र लिखा-
कमिश्नर श्रीवास्तव ने भोपाल संभाग के जिले रायसेन, विदिशा, राजगढ़, और सीहोर के जिला अस्पतालो को पत्र लिखा और कहा की वे आवश्यक होने पर ही मरीजो को हमीदिया रैफ़र करे। साथ ही एक फोरम भी भरे जिसमे रैफ़र करने के कारण स्पष्ट लिखा जाये। हमीदिया प्रबंधन ने कहा की यहा हर रोज करीबवन 2500 मरीज आते है जिसमे से 500 मरीज ऐसे होते हैं जो यही आस-पास के जिले जरूरत नहीं होती फिर रैफ़र किए जाते हैं। इसे मरीजो की संख्या बढ़ती हैं और अस्पताल के काम की गुणवत्ता गिरती हैं।
हमीदिया अस्पताल,अधीक्षक डॉ॰ एके श्रीवास्तव - जांच रिपोर्ट मे सुझाए गए समाधानो के आधार पर बदलाव शुरू किए गए है। पुलिस चौकी और रैफ़र मरीज की व्यवस्था मे बदलाव किए जा रहे हैं।