भिंड। जैन समाज के मैत्री स्तंभ के उद्धाटन से पहले शिलालेख पर नाम लिखवाने को लेकर शुक्रवार को विवाद हो गया। शिलालेख पर वर्तमान विधायक संजीव कुशवाह के बजाए पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह का नाम था। ऐसे मे नपा सीएमओ सुरेन्द्र शर्मा ने इस उद्धाटन कार्यक्रम को अवैध बताते हुई तहसीलदार और कोतवाली पुलिस की मौजूदगी मे शिलालेख उखंडवा दिया। जैसे ही इस बारे मे पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह को जानकारी मिली तो वे अपने समर्थको के साथ मौके पर पहुंचे। यहाँ उनकी नपा सीएमओ से झड़प हो गई। बाद मे पूर्व विधायक से उखाड़ा गया शिलालेख दोबारा से लगवा दिया। सीएमओ ने पूर्व विधायक के खिलाफ सरकारी काम मे बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने का आवेदन एसपी को दिया हैं। पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह ने अपने समर्थको के साथ मौके पर ही धरना भी दिया। वही, विधायक संजीव कुशवाह जैन संत विहर्ष सागर महाराज के पास पहुंचे और विवाद शांत करने का लिए निवेदन किया। जैन संत ने मैत्री स्तम्भ का शुभारंभ करने से इंकार का दिया।
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