भोपाल। (सुलेखा सिंगोरिया) दरिंदगी के चलते एक मासूम के नन्हें सपने पूरे होने से पहले ही टूट गए। नेहरू नगर के पास स्थित मांडवा बस्ती मे मासूम बेबी पड़ोस मे रहने वाले एक दरिंदे की हैवानियत का शिकार हो गई। शनिवार रात को करीब 8 बजे गुटका खरीदने के लिए पास की ही दुकान में गई थी। बेबी के घर वापिस न आने पर परिवार वालों ने बेबी की तलाश शुरू की बेबी के मिलने पर पुलिस थाने मे गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए गए तो पुलिस ने उन्हे भगा दिया। फिर पार्षद के दबाव के बाद करीब तीन घंटे बाद पुलिस पहुंची और बेबी की तलाश शुरू की। सुबह करीब पाँच बजे बच्ची का शव बस्ती के पास नाले मे पड़ा मिला। बच्ची की झुग्गी के पास लगी एक झुग्गी मे विष्णु पिछले एक साल से अपनी माँ के साथ रहा था। शनिवार की रात बच्ची के साथ दुष्कर्म कर बच्ची की हत्या करने के बाद परिजनो के साथ बच्ची की तलाश करता रहा, उसके बाद सभी को गुमराह भी किया। उसने बताया की बच्ची भदभदा तफ़र गई हैं। सब उधर भागे, लेकिन बच्ची नहीं मिली। रातभर खोजने बाद जब बच्ची नहीं मिली तो सब लोग अपने घर चले गए। इस बीच मौका देखकर विष्णु ने बच्ची का शव नाले किनारे फेंका और फरार हो गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल ने बताया कि बच्ची के शव की शॉर्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। इस हादसे के बाद लोगो आंखो मे नमी औए चेहरे पर गुस्सा हैं। लोगो की मांगा है की मासूम के साथ हैवानियत करने वाले को पकड़कर यहा लाओ। इसे सजा कानून नहीं हम देंगे।
इस मामले में कमला नगर थाना पुलिस को भी शिकायत की गई थी। लेकिन पुलिस ने तब केस दर्ज करने से मना कर दिया था। लड़की की खोज में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया गया है। निलंबित पुलिसकर्मियों में एएसआई देव सिंह, हवलदार जगदीश पाटिल, नरेंद्र कुनारे सिपाही रूपसिंह भदौरिया, बृजेन्द्र, प्रह्लाद और वीरेंद्र यादव को निलंबित कर दिया गया है।
परिवारजनों से मिलने पहुंचे भाजपा, कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता....
मृतक लड़की के परिवारजनों को सांत्वना देने के लिए भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा, कॉंग्रेस नेता पूर्व मंत्री दिग्विजय सिंह मिलने पहुंचे।