नई दिल्ली। सरकार एनपीए के बोझ से दबे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको कि सेहत सुधारने के प्रयास ने जुड़ी हुई हैं। इसके तहत छोटे और कमजोर सरकारी बैंको का आपस मे विलय कर उन्हे मजबूत बनाया जाएगा। जिस के लिए देश मे 18 सरकारी बैंको का वित्त मंत्रालय सरकारी बैंको मे विलय-अधिग्रहण के लिए चुनी गई हैं। केंद्र सरकार बैंको के विलय की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कैबिनेट मे प्रस्ताव जल्द ला सकती हैं। इस प्रस्ताव मे बैंक ऑफ महाराष्ट्र और इलाहाबाद बैंक का पंजाब नेशनल बैक मे विलय होगा। इसके साथ ही ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, आंध्रा बैंक, यूनियन बैंक का बैंक ओग इंडिया मे विलय का भी प्रस्ताव हैं। बताया जा रहा हैं कि यह पूरी प्रक्रिया दो चरणों मे होगी। सूत्रो कि माने तो 5 बैंक लीड बैंक कि भूमिका मे रह सकते हैं। एसबीआई बैंक,बॉब,पीएनबी,कैनरा, बीओआई लीड बैंक होगे। वित्त मंत्रालय ने विलय को लेकर बैंको के साथ चर्चा भी कि हैं। पहले चरण का प्रस्ताव जल्द कैबिनेट मे आ सकता हैं।
इससे पहले इनमे ओरिएंटल बैंक, आंध्रा बैंक और सिंडीकेट बैंक का भी पीएनबी मे विलय होने कि बात कही गई थी। लेकिन अब ओबीसी और आंध्रा बैंक का विलय पीएनबी कि जगह बैंक ऑफ इंडिया मे होने कि खबर हैं।