रायसेन/देवरी। बैंक मर्ज होने से किसानो की 15 करोड़ से अधिक राशि अटकी। सेंट्रल बैंक मप्र ग्रामीण बैंक के बैंक ऑफ इंडिया मे मर्ज होने के बाद यह बैंक मप्र ग्रामीण बैंक बन गई हैं। इसके चलते किसानो का खाता नंबर और बैंक का आईएफएससी कोड भी बदल गया हैं। ऐसी स्थिति मे जिन किसानो ने गेंहू और चना बेचने के लिए सोसायटी मे इस बैंक का खाता नंबर और आईएफएससी कोड दिया था। उन्हे भुगतान नहीं हो रहा हैं। इसका कारण यह हैं कि बैंक मर्ज होने से आईएफएससी कोड बदल गया हैं। अब किसानो को नए सिरे से खाता नंबर और आईएफएससी कोड अपडेट करना होगा। तभी राशि खाते मे आ पाएँगी।
प्रबन्धक मप्र ग्रामीण बैंक रायसेन, जितेंद्र सिंह यादव............ खाताधारको को नई पासबुक बना कर दे रहे हैं। खाता व आईएफएससी कोड अपडेट कराते ही राशि मिल जाएंगी।