भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) रोहित गृह निर्माण सहकारी समिति कि जांच लंबे समय के बाद अब जाकर आखिरकार पूरी हो गई हैं। जांच टीम के अफसरो ने जांच कि रिपोर्ट कार्रवाई के लिए सहकारिता आयुक्त के पास भेज दी हैं। रिपोर्ट मे यह बात सामने आई हैं कि 2001 मे निर्वाचित तत्कालीन अध्यक्ष राम बहादुर और संयुक्त संचालक बीड़ी निमाने ने षड्यंत्र कर समिति के खाते मे सदस्यों द्वारा जमा किए गए 18 करोड़ 50 लाख रूपय निकाल लिए गए थे। इसमे से ज़्यादातर राशि संस्था के प्रबन्धक एके शुक्ला को दी गई। इसी तरह नंदिनी एसीसिएट फर्म को विभिन्न 37 लाख रूपय का भुगतान किया गया। तत्कालीन अध्यक्ष राम बहादुर के साथ ही 2001 मे निर्वाचित संचालक मण्डल को दोषी पाया हैं वही, संस्था का रिकॉर्ड गायब करने के मामले मे भी बहादुर को दोषी माना गया हैं। सीबीआई द्वारा संस्था के दफ्तर पर 13 मार्च 2008 को छापा मारा था। जिसमे समिति का रिकॉर्ड जब्त कर लिया था। लेकिन तत्कालीन अध्यक्ष राम बहादुर रिकॉर्ड गायब कर दिया गया था। इस मामले मे भी उनको दोषी माना गया हैं।
|