जबलपुर/भोपाल। ईओडब्ल्यू की 65 लोगो की टीम ने मंगलवार को जबलपुर मे सुरेश उपाध्याय के चार ठिकानो पर एक साथ छापा मारा। छापे के दौरान करीब 400 करोड़ रूपय की चल-अचल संपत्ति का मामला सामने आया। ईओडब्ल्यू देवेंद्र राजपूत ने बताया कि सुरेश उपाध्याय के यहाँ से छापे मे 200 एकड़ जमीन, 150 भूखंड, दो किलो सोना, पाँच किलो चाँदी, ढाई लाख रूपय नगद और कई कंपनियो मे निवेश का पता चला हैं। 50 करोड़ कि संपत्ति के कागज ही मिले हैं। जांच के दौरान चार कंपनियो वीनस इंडिया, डाल्फिन इंडिया, आदित्य इन्फ्रा और गंगा फुड़स मे भारी राशि निवेश करने के दस्तावेज़ मिले है जिनको जब्त कर लिया गया हैं। दस्तावेजो का सत्यापन कर संपत्ति का आकलन किया जाएगा। सरेश उपाध्याय सब इंजीनियर से असिस्टेंट इंजीनियर और बढ़ते-बढ़ते एसडीओ से रिटायर हुआ। एक स्व॰ पूर्व विधायक के बेहद खास होने का फायदा लेते हुए जबलपुर जिले मे ही पदस्थापना रहे। 1990 मे पीएचई मे ड्रिलिंग कि बड़ी मशीने आई और इसके बाद ही कमाई के रास्ते खुले। यह सिलसिला 2005 तक चलता रहा। 100 से 200 फीट कि खुदाई को 300 से 400 फीट का बताकर भुगतान उठाया गया। इसी मे जमकर कमीशन का खेल हुआ। कई मर्तबा बिना खोदे ही बिल बनाकर करोड़ो कमाए।
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