भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) कलेक्टर के द्वारा कोचिंग संचालको को दी गई डेडलाइन खत्म होने और संस्थानो के द्वारा पालन प्रतिवेदन की जांच के लिए मंगलवार दोपहर दो बजे एमपी नगर जॉन-1 मे एसडीएम दफ्तर की टीम बीआर अकाडमी कोचिंग पहुंची। जहां कोचिंग संचालक से पूछा गया की आगजनी होने पर बच्चो को बाहर निकालने का रास्ता क्या ओर कहा है? संचालक मे बताया कि खिड़कियों से बच्चो को बाहर निकालने के इंतेजाम किए गए हैं। जो लोहे कि ग्रिल लगी हुई थी, उसे हटा दिया गया हैं। चूंकि बिल्डिंग मे ऐसा कोई स्थान नहीं था जहां इमरजेंसी गेट लगवाया जा सकते, इसलिए इमरजेंसी विंडो बनवा दी हैं। वही, टीटीनगर मे जवाहर चौक मे चल रही ज्ञानदा कोचिंग कि जांच के लिए सोमवार को एसडीएम जब पहुंचे तो पता चला कोचिंग के संचालक को पहले से खबर हों गई थी, जिस के चलते वह कोचिंग मे ताला लगा कर भाग गया।
कलेक्टर तरुण पिथौड़े ने बताया कि कुछ कोचिंग संस्थानो ने सुरक्षा के इंतेजाम पूरे कर लिए हैं। लेकिन कुछ खामियाँ पूरी कि जाना हैं, इसलिए दो से तीन दिन कि और मोहलत दी गई हैं। ओर जिन संस्थानो ने सुरक्षा के इंतेजाम करने का दावा किया हैं, उनकी दोबारा जांच कराई जा रही हैं। शहर मे 176 कोचिंग और होस्टलों मे से करीबन 80 संस्थानो ने इंतेजामात पूरे कर लिए हैं। इसमे 50 ने किराये का भवन होने पर इमरजेंसी गेट नहीं लगाए थे। इन संस्थानो को 30 जून तक का समय दिया था।