नई दिल्ली। देशभर मे पहली बार सबसे बड़ी कार्रवाई हुई, जिसमे बैंको का कर्ज नहीं चुकाने वालों के खिलाफ सीबीआई ने 300 से ज़्यादा अधिकारियों ने 18 शहरो मे 61 जगहो पर छापे मारे। 1,139 करोड़ रूपए का कर्ज नहीं चुकाने के आरोप मे 17 एफआईआर दर्ज कि गई हैं। सीबीआई को डिफोंल्टरों कि सूची विभिन्न नेशनलाइज्ड बैंको से मिली थी। कि छापे कहाँ कहाँ मारने हैं। इसकी लिस्ट सीबीआई डायरेक्टर ॠषि शुक्ला कि निगरानी मे ही तैयार हुई थी। सीबीआई कि कार्रवाई मे दिल्ली, मुंबई, लुधियाना, ठाणे, वलसाड, पुणे, पलानी, गया, गुरुग्राम, चंडीगढ़, भोपाल, सूरत और कोलार सहित अन्य शहरो मे छापेमारी कि गई। शुरुआत मे डिफ़ोल्ट कि रकम 640 करोड़ रुपए सामने आई। लेकिन दिनभर कि छापेमारी के बाद आंकड़ा बढ़कर 1,139 करोड़ रुपए तक पहुँच गया। सीबीआई ने भोपाल मे रंजीत ऑटो मोबाइल फर्म के संचालक गुरमीत सिंह बजाज के इंद्रपुरी और पार्टनर हर्ष कौर के जाटखेड़ी स्थित मकान पर छापे मारे। आरोप हैं कि उनके द्वारा अपनी फर्म के नाम पर बैंक ऑफ बडोदा कि हबीबजंग शाखा से कैश क्रेडिट लिमिट ली गई थी। इसमे गलत जानकारी देकर उन्होने 2010 से 2017 के बीच यह राशि वापस नहीं कि। 31 मार्च 2017 को बैंक ने इसे एनपीए घोषित कर दिया हैं।
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