भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) शिशु मृत्यु दर मे मप्र पहले नंबर पर हैं। बीते एक साल के शिशु मृत्यु दर मे एक अंक की भी कमी नहीं हुई हैं। वही नीति आयोग की रिपोर्ट मे संस्थागत प्रसव की संख्या 2 प्रतिशत कम आई हैं संस्थागत प्रसव के आंकड़ो से एनएचएम के अधिकारी भी हैरान हैं। 15 साल मे ऐसा पहली बार हुआ हैं। सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम और नीति आयोग की रिपोर्ट मे हर तरीके के फेल साबित होने के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अब अपनी योजनाओ और उनके क्रियान्वयत की हकीकत की समीक्षा करने जा रहा हैं। एनएचएम ने 7 जुलाई को इसके लिए बैठक बुलाई हैं। जिसमे स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों के साथ, दिल्ली से आ रही नीति आयोग टीम भी शामिल होगी। जहां स्वास्थ्य संबंध स्थिति को बेहतर बनाने के उयायों पर चर्चा की जाएगी। नीति आयोग की रिपोर्ट मे मप्र को 100 मे से 38.39 अंक मिले हैं। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग भी घबराया हुआ हैं। सरकार द्वारा भी अधिकारियों पर जल्द से जल्द इस स्थिति मे बदलाव का दवाब आ रहा हैं।
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