भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) द्वारा हाल ही मे जारी टाइगर मोर्टिलिटी रिपोर्ट मे सामने आया हैं कि देशभर मे मध्यप्रदेश मे सबसे ज़्यादा बाघो का शिकार हो रहा हैं। बीते 7 साल मे 41 बाघो को शिकार कर मार दिया गया हैं। बाघो के मौत के मामले मे राज्य अव्वल हैं। 2012 से तब तक 141 बाघो कि मौत हुई है जिसमे से सिर्फ 78 मौत सामान्य हैं। एनटीसीए अफसरो के मुताबिक मध्यप्रदेश मे भोपाल, होशंगाबाद, पन्ना, मंडला, सिवनी, शहडोल, बैतूल, छिंदवाड़ा, बालाघाट के जंगल शिकारियो कि पनाहगाह बन गए हैं। 6 बाघो की मौत टेरिटोरियल फाइट और एक्सीडेंट मे हुई हैं। ऐसे हादसो मे बाघ की मौत की घटनाओ को रोकने के लिए शासन ने अब तक कोई एक्शन प्लान नहीं बनाया हैं। रिपोर्ट के अनुसार देश मे वर्ष 2012 से 2018 के बीच 657 बाघो की मौत हुई हैं जिनमे 222 की वजह सिर्फ शिकार हैं।
|