भोपाल।(सुलेखा सींगोरिया) अभी हाल ही मे कोर्ट मे वकील महिला के हार्टअटैक आने से हुई मौत मे एक खुलासा हुआ हैं। जिसके चलते बताया जा रहा हैं, कि जिस समय एंबुलेंस के लिए कोर्ट मे सब लोग इंतज़ार कर रहे थे। उस वक्त एंबुलेंस कोर्ट परिसर से करीब सिर्फ 700 मीटर की दूरी पर खड़ी हुई थी। चिकित्सा हेल्थ केयर के अधिकारी को केस नहीं लेना था इसलिए अधिकारी ने बिजी बता कर अपना पल्ला झाड लिया था। जबकि एंबुलेंस 700 मीटर एमपी नगर थाने के पास ही खड़ी थी। एंबुलेंस के कर्मचारी तब कंपनी के जिला प्रभारी फैज कुरैशी के साथ बैठकर चाय की चुस्कियों के मजे रहे थे। ओर वहाँ एम्बुलेंस नहीं आने से एक महिला ने अपनी जान गवा दी। दरअसल गाड़ियो मे लगे जीपीएस सिस्टम से गाड़ी के पुरानी लोकेशन का भी पता लगाया जा सकता हैं। ओर पुरानी लोकेशन के अनुसार वही एंबुलेंस उसी दिन थाने के सामने ही खड़ी हुई थी, जिसे चिकित्सा के प्रोजेक्ट हेड जीतेंद्र शर्मा बिजी बता रहे थे। हालांकि कंपनी के सीएफओ मनीष संचेती अब भी कह रहे हैं कि एंबुलेंस डिपार्चर मे किसी प्रकार की देरी नहीं की गई। जबकि सच्चाई क्या है यह सब के सामने आ गई हैं।
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