जयपुर। हरियाणा के बदमाशो ने तीन लोगो का अपहरण कर इंसानियत की सारी हद पार कर दिखाई हैवानियत। रविवार को पुलिस ने हरियाणा के अपहरण और वसूली गैंग के 7 बदमाशो को गिरफ्तार कर लिया हैं। सोमवार को फ्लैट की तलाशी मे पुलिस को 500 और 2000 रु॰ के नकली नोटो की 25 गडडिया मिली। सोमवार को पुलिस सभी हाईकोर्ट मे पेश करेगी। हालांकि अभी विकास उर्फ विक्की पुलिस के हाथ नहीं आया हैं। लेकिन पुलिस को तलाश जारी हैं। पुलिस द्वारा बदमाशो के कब्जे से छुड़ाये गए, बीकानेर के मोहम्मद शहजाद, आंध्रप्रदेश के चित्तर निवासी पी॰ मंगल शाह, मुंबई निवासी लुतफान शेख ने पुलिस को बताया की विक्की ने उनके साथ कैसे जानवरो सा सुलूक किया।
लुतफान शेख ने बताया- मैं बीसीए छात्र हूँ। बेंगलुरु का रफीक मेरा परिचित है। उसी ने मुझे मास्टरमाइंड विक्की से मिलाया था। जयपुर मे रफीक का बिटकॉइन का कारोबार शुरू किया। इस बीच रफीक व विक्की मे विवाद हुआ तो मैं भी बिना बताए काम छोड़कर मुंबई चला गया। इसके बाद विक्की ने मुझे कई बार बुलाया लेकिन मे नहीं गया। फिर विक्की ने मुझे कहा की मैं ट्रस्ट को डोनेशन देना चाहता हूँ। मैं मेरे जानकार आंध्रप्रदेश के पी॰ मंगल शाह को लेकर 7 जुलाई को जयपुर आया। तभी से हमे बंधक बना लिया।
पी॰ मंगल शाह- मैं लुतफान के कहने पर डोनेशन लेने के लिए 7 जुलाई को जयपुर आया। विक्की ने मुझे होटल मे छोड़ा। रात को एक ढाबे पर ले गया। वहाँ से होटल के लिए कार मे बैठाया तो अचानक 4 लोग आए। वे पिस्तौल दिखाकर फ्लैट मे ले आए। वहाँ लुतफान पहले से लहूलुहान हाल मे था। उन लोगो ने मेरा मोबाइल, एटीएम व पैसे छीन लिए। पैसे के लिए रोजाना हमे पीटते, साफ-सफाई कराते। दो बार नशे के इंजेक्शन लगाए। गुरुवार सुबह हाथ मे गोली भी मारी।
बीकानेर शहजाद ने बताया- मैं लुतफान का फेसबुक फ्रेंड हूँ। हम पहले कई बार मिल चुके हैं। लुतफान ने जयपुर बुलाया था। मैं जयपुर पहुंचा तो लुतफान के नंबर ने मुझे कॉल आया की अजमेर रोड दो सौ फीट बाइपास पर आकार फोन कर लेना। मे वहाँ पहुंचा तो स्कोर्पियो आई। उन्होने लुतफान का नाम लेकर मुझे गाड़ी मे बैठा लिया। फ्लैट मे ले आए। वहाँ लुतफान व एक अन्य व्यक्ति घायल पड़े थे। बदमाशो ने मेरे 10 हजार रु ले लिए, खाते से 70 हजार निकाले।