भोपाल(सुलेखा सिंगोरिया) एम्स से सुभाष नगर मेट्रो ट्रेन के लिए खुदाई चल रही हैं। लेकिन यह खुदाई कब रोड के गड्डो का रूप ले ले कहाँ नहीं जा सकता हैं। 247 करोड़ से मेट्रो रूट के सिविल वर्क का यह काम कब रुक जाए इसका ठिकाना नहीं हैं। 6.941 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के लिए इस साल अधिकतम 50 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद हैं। बजट मिलने का भरोसा नहीं होने के ही कारण मेटो के शेष रूट के टेंडर जारी नहीं हो रहे हैं। अकेले भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार को 1388.20 करोड़ रुपए अंशदान देना हैं। 2023 तक पूरा करने के लिए हर साल औसतन 350 करोड़ रुपए केवल मैदानी कामकाज के लिए बजट मे रखना होगा। इसके अलावा लोन का भी इंतजाम करना होगा। जबकि हकीकत यह हैं कि पिछले वित्त वर्ष मे राज्य सरकार ने भोपाल और इंदौर मे मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए 200 करोड़ रुपए रखे थे। और इस साल 100 करोड़ रुपए रखे गए हैं। इस राशि से मैदानी काम के अवाला कंसलटेंट की फीस सहित अन्य खर्चो को भी पूरा किया जाना हैं।
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