भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) बीयू मे नए सत्र के शुरू होते ही, छात्रो ने एडमिशन ले जाना शुरू कर दिया हैं। हॉस्टल मे सुधार की वजह समस्याये बढ़ती ही जा रही हैं। इसके कारण रह रहे छात्रो को परेशानियाँ उठानी पड़ती हैं। सबसे अधिक परेशानी व्बॉयज हॉस्टल में है। छात्र जब तक विरोध दर्ज नहीं कराते तब तक अधिकारी इनमें सुधार कराने में रुचि नहीं लेते। हालात यह हैं कि जवाहर हॉस्टल के किचन में काम करना खतरनाक होता जा रहा है। छात्रों का कहना है कि, खाना पकाते समय एलपीजी पाइप लाइन से गैस रिसती रहती है। जवाहर हॉस्टल में 180 सीट हैं। मुंशी प्रेमचंद्र हॉस्टल में इसमें 100 सीट हैं। इसका भवन क्षतिग्रस्त होने लगा है। बाथरूम खराब हैं। सीवेज की समस्या है। संजय गांधी हॉस्टल में इसमें 100 सीट हैं। हाल ही में बिजली के बोर्ड में शार्ट सर्किट होने से ब्लास्ट हो गया था। मेस की दिक्कत खत्म नहीं हो रही है। लंबे समय से भवन का मेंटनेंस नहीं हुआ है। वही, कुलपति प्रो. आरजे राव के पास विरोध दर्ज कराने पहुंचे जवाहर हॉस्टल के छात्रों ने आरोप लगाया कि अव्यवस्थाओं पर्दा डालने के लिए प्रशासन फर्स्ट ईयर के छात्रों को एडमिशन देने में ना-नुकुर कर रहा है। छात्रों का कहना है कि वे को-आपरेटिव मेस चलाते हैं। यदि नए छात्रों को एडमिशन नहीं दिया जाएगा तो मेस चलाना मुश्किल हो जाएगा।
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