भोपाल। सरकार ने गरीब लोगो के लिए योजनाए तो बनाई लेकिन डॉक्टरो की लापरवाही और गैरजिम्मेदारी वाले रवैया के लिए कोई योजना नहीं बनाई हैं। आयुष्मान भारत योजना मरीजो की सुविधा के लिए बनाई गई हैं लेकिन यही योजना उनके लिए मुसीबत बन गई हैं। जिला विदिशा निवासी गीताबाई इस बात का सबूत हैं कि इस योजना के लाभ के लिए उन्हे हमीदिया के कितनी चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। गीताबाई ने बताया की 11 महीने पहले वह अपने बेटे के साथ बाइक से जा रही थी। नटेरन के पास वे गिर गई। उन्हे सिर मे अंदरूनी चोट लगी थी। नटेरन से विदिशा और वहाँ से हमीदिया रैफर किया गया था। सिर मे खून जमा होने और सूजन होने के कारण यहाँ उनका ऑपरेशन नहीं किया गया था, तब डॉक्टर ने 6 महीने बाद ऑपरेशन कराने की सलाह दी थी। 6 महीने बाद गीताबाई कई बार ऑपरेशन के लिए हमीदिया अस्पताल के चक्कर लगा चुकी हैं लेकिन हर बार डॉक्टर सामान की कमी बताकर टाल देते हैं। या फिर इंदौर, जबलपुर की सरकारी अस्पताल मे ऑपरेशन कराने की हिमायत करते है
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