भोपाल। भोपाल की एक अजमेरा परिवार दिखाई इंसानियत की एक नई राह। दिया छह लोगो को नया जीवन दान। जी हाँ, हम सोचकर भी नहीं सोच पाते हैं वह अजमेरा परिवार ने कर दिखाया हैं। दरअसल, विमला अजमेरा, उनके पति रमेशचंद, बेटा अनुराग, बहू इंद्राणी और पोता आरव यह भोपाल की एक खुशहाल फॅमिली हैं। विमला अजमेरा 22 मई को सुबह टीटी नगर स्थित जैन मंदिर में पूजा करने पैदल जा रही थी। एक बाइक सवार ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। परिजनों ने तत्काल उन्हें कॅरियर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। बुधवार सुबह उन्हें ब्रेनडेड घोषित किया गया। इसके बाद परिजनों ने उनका हार्ट, लिवर, दोनों किडनी और कॉर्निया डोनेट करण का फैसला लिया। 25 जुलाई, गुरुवार सुबह शुरू होने वाली सर्जरी के बाद विमला का हार्ट सुबह आठ बजे की फ्लाइट से मुंबई भेजा जाएगा।
फोर्टिस हॉस्पिटल में हार्ट डिसीज से जूझ रहे 12 साल के मासूम को उनका हार्ट लगाया जाएगा। विमला का लिवर, किडनी और कॉर्निया भोपाल के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कुल पांच मरीजों को लगाए जाएंगे। ऑर्गन डोनेशन समिति के अनुसार विमला के परिजनों ने खुद ही डोनेशन की इच्छा जताते हुए पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली थी। विमला के बेटे अनुराग मे बताया की 2014 मे उनकी दादी हीरामणी की मौत हो गई थी। दादी की इच्छानुसार गांधी मेडिकल कॉलेज मे उनका देहदान कर दिया गया था।
विमला के पति ने कहा : भोपाल ऑर्गन डोनेशन सोसायटी की प्रेसीडेंट डॉ. अमिता चांद जब कॅरियर मेडिकल कॉलेज पहुंची तो रमेशचंद पत्नी विमला के ऑर्गन डोनेट करने के लिए खुद को पूरी तरह तैयार कर चुके थे। उन्होंने अमिता से कहा कि मेरी पत्नी का वो हर ऑर्गन ले लीजिए जो किसी की जान बचाने के काम आ सके।