भोपाल। लोकायुक्त ने नगर निगम भोपाल के स्वास्थ्य अधिकारी एसपी श्रीवास्तव की नियुक्ति से लेकर प्रमोशन तक की जांच शुरू कर दी है। श्रीवास्तव ने 1988 में देवास नगर निगम में स्वच्छता निरीक्षक के पद से नौकरी शुरू की थी। 1996 में उन्हें हेल्थ ऑफिसर के पद पर पदोन्नत किया था। बाद में एक शिकायत की जांच में सामने आया कि श्रीवास्तव की होम्योपैथी चिकित्सा की डिग्री वैध नहीं है। उनके प्रमोशन में भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। नगरीय विकास विभाग ने उनके प्रमोशन आदेश को रद्द कर दिया। इसके बाद श्रीवास्तव हाईकोर्ट चले गए। तब से मामला लंबित है। लोकायुक्त ने पूरे प्रकरण के बारे में विभाग से दस्तावेज मांगे हैं। विभाग ने नगर निगम देवास के कमिश्नर को लिखे पत्र में श्रीवास्तव के मामले में 3 माह में रिपोर्ट देने को कहा है।
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