भोपाल। दूध मे हो रही मिलावाट की जांच बीते दिनो से जोरों पर हैं। हालही मे खाद्य औषधि एवं प्रशासन के मुख्यालय को सूचना मिली कि भोपाल दुग्ध संघ में उज्जैन दुग्ध संघ से दूध लेकर आने वाले टैंकरों में मिलावट होती है। सूचना देने वाले ने यह भी बताया कि टैंकरों को मेन रोड से होते हुए शहर में एंट्री लेना चाहिए, लेकिन मिलावट के चलते ड्राइवर टैंकर को शॉर्टकट वाले रास्ते से शहर में ले जाते हैं। ताकि भोपाल और सीहोर के बीच जंगल में मिलावट की जा सके। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने भोपाल जिला प्रशासन और सीहोर प्रशासन के अफसरों की टीम बनाई और रविवार सुबह 5.30 बजे भोपाल जिला प्रशासन के हुजूर एसडीएम राजकुमार खत्री को भोपाल जिले की सीमा बणझीरी के पास पुलिस के साथ तैनात किया। जबकि सीहोर एसडीएम वरुण अवस्थी को सीहोर जिले की सीमा बरखेड़ी पर पुलिस और खाद्य एवं औषधि प्रशासन के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम के साथ तैनात किया गया। सीहोर एसडीएम की टीम टैंकरों का इंतजार कर ही रही थी कि सांची का एक टैंकर भोपाल की तरफ आता हुआ दिखाई दिया। एसडीएम ने टैंकर को रोका। ड्राइवर से पूछा कि मेन रोड से जाना चाहिए, लेकिन टैंकर को सीहोर से बरखेड़ी होते हुए क्यों ले जा रहे हो? इस पर टैंकर के ड्राइवर ने कहा कि टोल टैक्स बचाने के लिए इस रूट से टैंकर लेकर भोपाल दुग्ध संघ लेकर जाते हैं। यहां पर मौजूद खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने टैंकर से दूध के सैंपल लिए और टैंकर की बॉडी की जांच की। इसके थोड़ी देर बाद सांची के एक और टैंकर की जांच की गई।
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