भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) एक बार फिर भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने दिया विवादित ब्यान। बाबूलाल गौर और अरुण जेटली की मौत को बताया विपक्ष का संयन्त्र। सोमवार सुबह मध्य प्रदेश भाजपा कार्यालय में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित शोकसभा में उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं को नुकसान पहुंचाने के लिए विपक्ष 'मारक शक्ति' का उपयोग कर रहा है। सभी नेताओं की मौजूदगी में यह बात कही, साथ ही कहा कि 'एक कठिन समय चल रहा है। मैं जब चुनाव लड़ी, उस समय एक महाराज जी आए। उन्होंने मुझसे कहा कि आप अपनी साधना को कम मत करना। साधना का समय बढ़ाते रहना, क्योंकि बहुत बुरा समय है। विपक्ष 'मारक शक्ति' का प्रयोग भाजपा पर कर रहा है। यह निश्चित रूप से भाजपा के कर्मठ, योग्य और ऐसे लोग जो पार्टी को संभालते हैं, उन पर असर करेगा। उनको हानि पहुंचा सकता है। आप निशाने पर हैं, इसलिए ध्यान रखिएगा और ये होने वाला है। उन महाराजजी की बात को मैं भूल गई, परंतु आज जब मैं देखती हूं कि हमारे शीर्ष नेतृत्व, कभी सुषमा स्वराज जी, बाबूलाल गौर जी, जेटली जी पीड़ा सहते - सहते जाते हैं। मन में एक बार आया, कहीं ये सच तो नहीं। ये आज भी प्रश्नवाचक है, परंतु सच ये है कि हमारे बीच से हमारा नेतृत्व निरंतर जा रहा है, असमय जा रहा है।' शोकसभा के बाद मीडिया की ओर से इस बारे में पूछने पर प्रज्ञा ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि एक बार जो कह दिया, सो कह दिया। प्रज्ञा के इस ब्यान को कांग्रेस ने ने मूर्खतापूर्ण करार दिया है, वहीं भाजपा ने भी उनके बयान से किनारा कर लिया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह साध्वी की निजी राय है। मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।
प्रज्ञा को कॉंग्रेस का करारा जबाव- प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर मप्र के लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा को प्रज्ञा ठाकुर को संसद नहीं, बल्कि किसी बड़े मंदिर का पुजारी बनाना था, जहां वे पूजा-पाठ करतीं। वहीं, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने सांसद की सोच को छोटी और ओछी बताया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने बयान को मूर्खतापूर्ण व आपत्तिजनक बताया।
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