भोपाल। दो महीने कि बारिश के आगे ढेर हुए सरकारी स्कूल, बारिश के चलते स्कूलो के हालात हुए बेकार। क्लास रूम, स्टाफ रूम और लाइब्रेरी में पानी टपक रहा है। ऐसी स्थिति में बच्चों को यहां-वहां बैठाकर शिक्षक कोर्स पूरा करा रहे हैं। राजधानी के वाजपेयी नगर स्थित शासकीय प्राथमिक शाला भवन का निर्माण वर्ष 2016 में हुआ था। इस स्कूल में 216 से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। लेकिन तीन साल में ही यह भवन जर्जर होने लगा है। छत और दीवारों से जगह-जगह प्लास्टर उखड़ रहा है। कुछ दिन पहले कक्षा में पढ़ाई के दौरान अचानक छत का प्लास्टर गिर गया था। गनीमत यह रही कि प्लास्टर किसी बच्चे पर नहीं गिरा। बारिश के चलते शाला भवन में छत से पानी टपक रहा है। दीवारों में सीलन है और बिजली के तार झूल रहे हैं। इस कारण स्कूल में हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है। शौचालय के आसपास बारिश का पानी जमा हो गया है, जिससे शिक्षकों और बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल के आसपास कुछ बस्तियां हैं, जहां बारिश के पानी की निकासी के प्रबंध नहीं हैं। इस वजह से गंदा पानी बहकर स्कूल में आ रहा है।
डीईओ, नितिन सक्सेना, भोपाल- जिन स्कूलों की हालत अच्छी नहीं है और पानी टपक रहा तो वहां क्लास न लगाएं। सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि सुरक्षा का ध्यान रखें।