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पुलिस का दावा मोनिका और आरती ने कई बड़ी हस्तियों को ब्लैकमेल किया


भोपाल। रविवार को पहली बार पुलिस ने कोर्ट में कहा कि आरोपी आरती दयाल और मोनिका यादव दोनों ने कई बड़ी हस्तियों को ब्लैकमेल किया है। ये फर्जी आधार कार्ड बनाकर होटलों में रुकीं और मोबाइल से कई वीडियो बनाए। कोर्ट में पलासिया थाने के नए टीआई शशिकांत चौरसिया खुद पेश हुए और कहा कि दोनों ही आरोपी काफी शातिर हैं। इनके पास कई फर्जी आधार कार्ड हैं। इनसे निगम इंजीनियर हरभजन सिंह से वसूले गए रुपए जब्त करना है, आगे की जांच और उनके घरों पर छापे मारने के लिए 28 सितंबर तक का रिमांड चाहिए। कोर्ट ने इन्हें शुक्रवार यानी 27 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर सौंपा है, जबकि ड्राइवर ओमप्रकाश को जेल भेज दिया है। आरोपियों के वकील ने कहा कि पुलिस ने सारी चीजें जब्त कर ली, अब उन्हें सिर्फ परेशान किया जा रहा है। अगर इन्होने किसी बड़ी हस्ती को ब्लैकमेल किया है, तो पुलिस नाम जाहिर करे।
 इधर, कोर्ट से इन्हें लेकर पुलिस जैसे ही थाने लेकर पहुंची, दोनों की तबीयत बिगड़ गई।

 पूछताछ ने पता चल हैं कि आरती को श्वेता ने इंजीनियर हरभजन सिंह से मिलवाया था, इसके बाद आरती ने हरभजन पर डोरे डाले और रिलेशन बनाने के लिए वॉट्सएप पर कई मैसेज भेजे। दो-तीन बार इंदौर के कैफे और रेस्त्रां में मुलाकात भी की, लेकिन जब उसे लगा कि वीडियो बनाना आसान नहीं है तो फिर उसने इस गेम में मोनिका को शामिल किया। आरती ने मोनिका से कहा कि इंजीनियर बड़ा आसामी है।

मुझे पैसा और तुम्हें सरकारी नौकरी दिलाएगा। इसमें आरती को लगा कि अगर धमकाने के दौरान कभी वीडियो वायरल भी हो गया तो उसकी बदनामी नहीं होगी। पुलिस ने बताया कि आरती के छतरपुर में घर के सामने रहने वाले पंकज से प्रेम संबंध थे। दोनों लंबे समय तक लिव इन में भी रहे। परिजन को जानकारी लगी तो पंकज से विवाद हुआ। इसके बाद आरती भोपाल रहने चली गई। यहां श्वेता से जुड़ने का जरिया एक एनजीओ बना। आरती ने श्वेता व उसके साथियों की चमक-दमक भरी जिंदगी देखी तो वह भी करोड़पति बनने के सपने देखने लगी। फिर वह भी हनी ट्रैप कर ब्लैकमेलिंग करने लगी। आरती का भाई इंदौर के एक कॉलेज में पढ़ाई करता है। रविवार को आरती की कोर्ट में पेशी के दौरान वह भी आया था। मैसेज भी पुलिस के पास है। जब पुलिस ने आरती को गिरफ्तार किया था तो उसके भाई ने हरभजन सिंह को मैसेज कर बहन  को छुड़वाने की आग्रह किया था।

मालिनी गौंर ने हरभजन को निलंबित करने क मांग की।

इंदौर की महापौर मालिनी गौर ने नागरिए प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह से हनीट्रेप  के शिकार हुए इंदौर नगरनिगम के इंजीनियर हरभजन को निलंबित करने की मांग की है। गौर ने कहा है की नगरनिगम इंजीनियर का चरित्र इस मामले मे उजागर हुआ है इसलिए सरकार को उससे तत्काल निलंबित करना चाहिए।



 

 

 

 

भाजपा-कॉंग्रेस नेताओ कि नई जंग- हनी ट्रेप ब्लेकमेलिंग के हुए बड़े खुलासे के बाद भाजपा – कॉंग्रेस नेताओ मे जुबानी  जंग फिर छिड़ गई हैं, जहां दोनों पार्टी के नेताओ को एक- दूसरे को सुनाने का मौका मिल गया है। कॉंग्रेस नेता मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा नेता जीतू जिराती से पूछा कि जब वे युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे, तब श्वेता विजय जैन मोर्चा में महामंत्री थी या नहीं? सागर में श्वेता के पति विजय की दुकान के लोकार्पण में भाजपा के बड़े कलाकार गए थे या नहीं? साथ ही सिंह ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और पूर्व युवा मोर्चा अध्यक्ष निलंगेकर पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पता कीजिए कि जब श्वेता का वीडियो वायरल हुआ, तो वह किसके साथ थी। उन्होंने झाबुआ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा भी किया। 

सिंह के तंग का पलटवार करते हुए जिराती ने कहा कि मेरे कार्यकाल में श्वेता महामंत्री नहीं थी। इतने गंभीर मामले में कांग्रेस के बड़े नेता को ऐसी टिप्पणी करना शोभा नहीं देता। उनकी सरकार है, वे सीबीआई जांच करवाएं। जो लोग इसमें फंसे हैं, उनके नाम भी सार्वजनिक किए जाना चाहिए।

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प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
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