सागर। झटपट लोगो को लोन देकर ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का सागर पुलिस ने किया खुलासा।
दरअसल, आरोपी सबसे पहले लोकल समाचार पत्र में आसानी से लोन देने का विज्ञापन देते। विज्ञापन देखकर कॉल करने पर महिला फोन पर बात करती। वह उनसे दस्तावेज और आईडी ऑनलाइन भेजने को कहती। इसमें अंकसूची, बिजली बिल, वोटर आईडी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक आदि शामिल होते। फिर फाइल चार्ज के नाम पर 3500, बीमा शुल्क 10 हजार रुपए, टैक्स 10 हजार रुपए, डीडी चार्ज 17,500 रुपए और डॉलर से भारतीय मुद्रा में बदलने के 20 हजार रुपए जमा कराए जाते थे। इसके बाद कमीशन के नाम पर रुपए मांगे जाते थे। पुलिस को आरोपियों के पास से 23 मोबाइल फोन समेत कई दस्तावेज जब्त हुए हैं। अब तक की पूछताछ में आरोपियों ने भोपाल और सागर के अलावा प्रदेश व अन्य प्रदेशों के करीब 500 लोगों को झांसे में लेकर 2 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी करने की बात कबूली है। एएसपी सागर राजेश व्यास के अनुसार सुरखी में एक युवक की शिकायत के बाद जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने एक समाचार पत्र में आसानी से लोन दिलाने का विज्ञापन दिया था। पुलिस ने गिरोह के मास्टर माइंड समेत 5 आरोपियों को साइबर सेल की मदद से नई दिल्ली के विष्णु गार्डन से संचालित संबंधित कॉल सेंटर से धर दबोचा।
वही, भोपाल क्राइम ब्रांच के एएसपी निश्चल झारिया के अनुसार सागर में पकड़े गए जालसाजों के खिलाफ दो से अधिक शिकायतें हैं। उन्हें हम जल्द ही रिमांड पर लेंगे। हमें आशंका है कि भोपाल में भी बड़ी संख्या में इनके द्वारा लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया होगा, क्योंकि दो से अधिक शिकायत हमारे पास पहले से ही हैं।