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संझा लोकस्वामी अखबार के मालिक जीतू सोनी फरार। अमित सोनी चार दिन की रिमांड पर।

इंदौर। संझा लोकस्वामी अखबार के मालिक जीतू सोनी पुलिस प्रशासन की छापामारी के बाद फरार हैं। मालिक जीतू सोनी तलाश करने के लिए पुलिस से चार टीमे लगा दी हैं साथ ही जीतू पर 10 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया हैं, वही गिरफ्तारी वारंट भी जारी करने की तैयारी है।

 

एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र के मुताबिक पुलिस को सोनी के यहां से 20 से ज्यादा कोरे स्टाम्प मिले हैं, जिन पर लोगों के साइन हैं। इतनी ही नोटरियां भी जब्त की गई हैं। इधर, मानव तस्करी केस में गिरफ्तार अमित को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया है। मानव तस्करी के ही मामले में माय होम होटल मैनेजर जे. वरप्रसाद राव को भी गिरफ्तार कर लिया है। जीतू-अमित और परिवार के अन्य सदस्यों पर अभी तक 6 केस दर्ज हो चुके हैं। इसी बीच, पुलिस ने एक शिकायत पर जीतू, उसके बेटे अमित और निखिल सोनी पर मारपीट व लूट का केस दर्ज किया है। माय होम से पुलिस ने बाहरी प्रदेशों की जिन 67 महिलाओं और युवतियों को रेस्क्यू किया था, यदि वे नाबालिग निकलीं तो पोंक्सो एक्ट की धाराएं बढ़ाई जाएंगी। अभी ये सभी जीवन ज्योति आश्रम में हैं। उनके साथ 7 बच्चे भी हैं। 

 

वही अपनी सफाई मे अमित सोनी मे कहा कि मुझे गलत तरीके से फंसाया है। पुलिस कागजों की जांच कर ले, मैं न तो माय होम में हिस्सेदार हूं, न ही लोकस्वामी प्रेस में हिस्सा है। अखबार हनी ट्रैप में खुलासे कर रहा था, इसलिए हम पर कार्रवाई की गई। बिना सर्च वारंट के घर आ गए। जब्त कारतूस पिता की रिवॉल्वर के हैं। वे घर पर नहीं थे, इसलिए लाइसेंस नहीं दिखा सके। मेरे पास भी लाइसेंस है, फिर भी आर्म्स एक्ट का केस लगाया। पुलिस को जीतू के अखबार के दफ्तर में 3 तिजोरियां मिलीं। एक तिजोरी में सोने की दो अंगूठी और रजिस्ट्रियां मिलीं। रजिस्ट्रियां प्लॉट, जमीन, फ्लैट की हैं। ज्यादातर बाप-बेटे के नाम पर हैं। बताया जा रहा है कि छापे के दौरान करीब पांच बोरे भरकर दस्तावेज मिले थे, लेकिन सिर्फ संपत्ति से जुड़े कागजात जब्त किए गए। मीडिया से बातचीत के दौरान रेस्क्यू कि गई 67 युवतियो मे से एक युवती ने कहा कि मैं बंगाल से हूं। पिछले डेढ़ साल से माय होम के कमरा नंबर 204 में रहकर गाने गाती हूं। यहां रहने का कोई किराया नहीं लगता, पर खाना अपने खर्च पर कमरे में बनाते हैं। मुझे और यहां रहने वाले साथियों में से किसी को भी तनख्वाह नहीं मिलती। हमारे गाने से कस्टमर खुश होकर जो टिप देते हैं, उसी में से सबको हिस्सा मिलता है। रोज 500 रुपए तक कमा लेती हूं।  

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प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
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