भोपाल। स्वास्थ्य विभाग से 95 लाख लेने के बाद भी जेपी अस्पताल के जिम्मेदार हीमोफीलिया वार्ड शुरू नहीं कर पाये हैं। और न ही अभी तक इसका कोई स्थान तय हुआ हैं। स्वास्थ्य विभाग कि योजना थी कि हीमोफ़ीलिया के मरीजो का रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी कर, उन्हे रिकॉर्ड मे रखा जाए और साथ ही हीमोफीलिया के मरीजो को फैक्टर 8-9 चढ़ाए जाने के साथ ही फिजियोथैरेपी कि सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए। लेकिन अस्पताल प्रबंधन कि ओर से अब तक कागजी कार्रवाई खत्म ही नहीं हो रही हैं। योजना कागजी बनी हुई हैं अभी धरातल मे कुछ भी नहीं हुआ हैं। वही, नर्स और स्टाफ को टेक्नीशियन का कोई प्रशिक्षण देना तो दूर, उन्हे किस वार्ड मे तैनात किया जाएंगा यह भी तय नहीं हुआ हैं।
डॉ॰ अल्का परगनिया, सिविल साइजन जेपी अस्पताल – अस्पताल मे हीमोफीलिया के लिए 2-3 स्थान देखे गए हैं जल्द ही एक जगह तय कर हीमोफीलिया वार्ड तैयार किया जाएंगा।