ब्रेकिंग न्यूज़ भोपाल : शराब ठेकेदार के आदमियों ने सुनार पिता-पुत्र को रोककर की मारपीट |                टीकमगढ़ : गैस रिफिलिंग करते समय कार में लगी आग, मौके से भागा युवक |                बैतूल : हादसे में लोगों को बचाने आए ग्रामीणों को टवेरा ने कुचला, दो की मौत |                महिदपुर : डूब रहे किशोर को बचाने बुआ और चाची भी कूदीं, तीनों की मौत |                दतिया : उधारी के रुपए लेने मंडी जा रहे दो सगे भाइयों को कार ने मारी टक्कर, दोनों की मौत |                  
विवि के दो अनुबंधक प्राध्यापक को बाहर निकालने की मांग के चलते छात्रो ने किया हंगामा।

भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) गुरुवार को छात्रो ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में जमकर हंगामा किया। और विवि के एडजंक्ट फैकल्टी (अनुबंधक प्राध्यापक) दिलीप मंडल और मुकेश कुमार दोनों क बाहर करने कि मांग। इस दौरान कुलपति कार्यालय के बाहर तोड़फोड़ भी की गई। हालांकि छात्रों का कहना हैं कि उन्होंने किसी भी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं की है।

 छात्रों का आरोप है कि एक ओर विवि के कुलपति विवि की विचारधारा संविधान को बताते हैं, और दिलीप मंडल और मुकेश कुमार की  गतिविधियों से छात्र जातिगत तौर पर बंट रहे हैं, मांग को पूरा करवाने के लिए छात्र कुलपति कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे रहे। रजिस्ट्रार दीपेंद्र बघेल के साथ हुई चर्चा के दौरान छात्रों ने आरोप लगाए कि छात्रों के पहनावे, कलावा बांधने और तिलक लगाने पर आपत्ति दर्ज की जा रही है। छात्रों ने चेतावनी दी कि जब तक दोनों फैकल्टी को बाहर नहीं किया जाता, तब तक विरोध दर्ज कराते रहेंगे, क्योंकि यह सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जिस तरह से पोस्ट डालते हैं और कक्षाओं में व व्यक्तिगत रूप से छात्रों से उनकी जाति जानने की कोशिश की जाती है, वह असंवैधानिक है।
वही इस मामले में दिलीप मंडल का कहना हैं कि उन्हे छात्रो के विरोध के बारे मे कोई जानकारी नहीं हैं। मुकेश कुमार ने कहा कि छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि यह दुराग्रह, पूर्वाग्रह व राजनीति से प्रेरित हैं। चीजों को तोड़ा मरोड़ा जा रहा है, ताकि विवि में अनिश्चितताओं का माहौल बने।

 


माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि, कुलपति,

दीपक तिवारी- विवि विद्या का केंद्र है। कोई भी व्यक्ति विवि परिसर में धर्म एवं जाति के आधार पर विभेद करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। दिलीप मंडल व अन्य विवि के बाहर क्या लिख रहे हैं, इससे कोई लेना देना नहीं है। विवि का कुलपति भी कलावा पहनता है। छात्रों को किसी प्रकार से अपने विचार रखने के लिए नहीं रोका गया है। छात्रों ने तोड़फोड़ की है तो मजबूरी में कार्रवाई भी करनी पड़ सकती है। विवि को पूर्व में एक विशेष विचारधारा का गढ़ बनाया गया था वह अब प्रभावित होने लगा है, इसलिए यह हलचल होने लगी है। 

Advertisment
 
प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
Copyright © 2016-17 LOKJUNG.com              Service and private policy              Email : lokjung.saify@gmail.com