भोपाल।(पूनम यादव) भोपाल की सबसे पुरानी टॉकीज का बुधवार को प्रशासन ने हमेशा के लिए पर्दा गिराकर टॉकीज का THE END कर दिया हैं। पुराने शहर की पहचान लक्ष्मी टॉकीज को जिला प्रशासन ने बुधवार को सील कर दिया हैं। इसकी वजह टॉकीज लीज का 8 साल पहले समाप्त होना हैं। 1939 मे नबाबी दौरे मे यहाँ थियेटर की शुरुआत हुई थी, तब यहाँ बिना बोलती फिल्म का प्रदर्शन किया जाता था, लेकिन कुछ समय बाद थियेटर बंद हो गया। फिर दिसंबर 1950 मे लालचंदानी परिवार और विस्थापन के बाद यहाँ आए, सिंधी लोगो ने 50-50 रु जोड़कर महाभारत पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड फार्म का निर्माण किया, जिसके पहले मालिक जेठानन्द खियालदास लालचंदानी थे। उनके बेटे जयकिशन लालचंदानी ने बताया कि हर 10 साल मे टॉकीज कि लीज को नगर-निगम रिन्यू कर देता था। लेकिन 2011 मे इसकी लीज खत्म होने के बाद नगर-निगम ने इसे आगे नहीं बढ़ाया। हालांकि लक्ष्मी टॉकीज कि जमीन का मामला हाईकोर्ट मे अभी पेंडिंग हैं। 2001 मे फैजान फईम और उनके पार्टनर ने इस कंपनी के शेयर खरीद लिए थे।
तहसीलदार देवेंद्र चौधरी ने बताया कि टॉकीज कि जमीन 12 हजार 500 वर्गमीटर है। यहाँ तबाही फिल्म लगी थी। बुधवार को जब टीम टॉकीज को सील करने पहुंची तो लोग फिल्म देखने के लिए आने वाले थे। 2011 मे टॉकीज कि लीज खत्म हो गई थी। वर्तमान टॉकीज संचालक फैजान फईम को कई बार जमीन खाली करने का नोटिस दिया गया। लेकिन फैजान जमीन को खाली करने के लिए तैयार नहीं था। वही, इस मामले मे फैजान का कहना हैं कि टॉकीज मे रोजाना नई फिल्म दिखाई जाती हैं। और सिनेमा घरो के मुक़ाबले कहा कि टिकिट बहुत सस्ती हैं। और साथ ही यहाँ पर 720 लोगो कि बैठने की व्यवस्था भी हैं। इस मामले मे हाईकोर्ट मे अपना पक्षा रखेंगे।