भोपाल। नगर निगम आयुक्त बी विजय दत्ता को मिली एक गोपनीय शिकायत पर शुक्रवार को प्रभारी मुख्य अभियंता एआर पवार के नेतृत्व छोटे तालाब में मछलियों को जहर देने की आशंका पर हमीदिया कॉलेज के पास से मिट्टी के गोले जब्त किए। दवा मिले यह लड्डू तालाब में डाले जाते हैं।
प्रभारी पवार ने बताया कि इन मिट्टी के गोलों को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सिकल रिसर्च लखनऊ भेजा जाएगा। शिकायत मिली थी कि अधिक मछली का शिकार करने के लिए धीमा जहर दिया जा रहा है और यह भी यहां प्रतिबंधित बिग हैड मछली पाली जा रही है।
वही, मछली पालन के कॉन्ट्रेक्टर राकेश बाथम ने कहा कि छोटे तालाब में सीवेज का पानी आता है, इससे ऑक्सीजन में कमी हो जाती है। फिशरीज डिपार्टमेंट की सलाह पर दवा डालते हैं। जहर देना तो हमारे लिए भी नुकसानदायक है। प्रतिबंधित मछली पालने की शिकायत भी झूठी है। हम यहां सिल्वर कॉर्प, रोहू, कतला व कॉमन कॉर्प मछली पालते हैं। उधर, फिशरीज डिपार्टमेंट के असिस्टेंट डायरेक्टर वीरेंद्र चौहान ने बताया कि वाटर सेनिटाइजर व ऑक्सीजन एनहांसर के उपयोग की सलाह दी जाती है, लेकिन छोटे तालाब में निगम की कार्रवाई की जानकारी नहीं है, इसलिए यह बताना संभव नहीं है कि वहां कौनसी दवा उपयोग हो रहा था।