नई दिल्ली। सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर जहां अभी भी लोगो का विरोध जारी हैं वही, सरकार एक और रजिस्टर बनाने जा रही हैं। जिसका नाम नेशनल बिजनेस रजिस्टर हो, जिसमे बिजनेस के संबंध शर जिले भी हर छोटे से बड़े बिजनेस की जानकारी दी जाएंगी। जैसे- माँ, सेवा के उत्पादन/ वितरण मे लगी सभी बिजनेस इकाइयो और संस्थानो की जिलेवार जानकारी आदि। वर्तमान मे जारी सातवीं आर्थिक जनगणना के आधार पर इस रजिस्टर के लिए जानकारी जुटाई जाएंगी। इसको जीएसटी नेटवर्क, कर्मचारी राज्य बीमा निगम, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन और कॉर्पोरेट मामलो के मानतालय से मिलने वाले आकड़ों से नियमित आधार पर अपडेट किया जाएगा। आधिकारिका सूत्रो ने बताया कि इस रजिस्टर ने जुटाए गए डिजिटल डेटा से नेशनल अकाउंट् कि गुवत्ता मे सुधार आएगा।
- सर्विस सेक्टर के पप्रस्तावित सालाना सर्वे के लिए इनपुट मुहैया कराएगा यह रजिस्टर।
- जीएसटी के तिमाही कलेक्शन, टैक्स चुकाने वाले बिजनेस कि जानकारी साझा हो सकेगी।
- सभी बिजनेस कि जानकारी एक ही जगह पर उपलब्ध हो सकेगी।
- Ø रजिस्टर ने मौजूद जानकारी.......
- बिजनेस इंटरप्राइजेज़ का नाम
- उसकी लोकेशन
- गतिविधिया
- कर्मचारियो कि संख्या
- पैन/टैन
- स्वामित्व का प्रकार
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