भोपाल। रिश्वत लेते हुये नगर निगम के दो कर्मचारी हुये रंगे हाथ गिरफ्तार।
पुलिस अनुसार, शेख रिजवान के पिता नगर निगम में माली के पद पर पदस्थ थे। एक साल पहले उनका निधन हो गया। निगम में उनका वेतन और सातवें वेतनमान का एरियर बचा करीबन 1.50 लाख का भुगतान होना था। रिजवान काफी समय से बकाया वेतन लेते के लिए निगम के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन अकाउंट शाखा के क्लर्क सहायक शमीमुद्दीन बकाया भुगतान करवाने के बदले मे रिश्वत की मांग कर रहे थे। रिजवान और शमीमुद्दीन के बीच तीन हजार मे सौदा मंजूर हुआ। मंगलवार को शमीमुद्दीन रिश्वत के एक हजार रुपए ले चुका था। बाकी का पैसा माता मंदिर स्थित निगम मुख्यालय की पहली मंजिल पर देना तय हुआ। बुधवार को शमीमुद्दीन ने रिश्वत के बकाया दो हजार रुपए अपने हाथ मे लिए, वहाँ पर पहले से मौजूद इंस्पेक्टर मनोज पटवा और उनकी टीम ने शमीमुद्दीन को रंगे हाथ पकड़ लिया। शमीमुद्दीन पिछले कई वर्षों से लेखा विभाग में कार्यरत हैं। वही दूसरा मामला, केसर बंगला, ईदगाह हिल्स मे हुआ। जहां, कामिनी बाई सियोते के पुत्र की मौत होने के कारण उनको बेटे के मजदूरी कार्ड के आधार पर मप्र शासन से अंत्येष्टि एवं अनुग्रह योजना के तहत 2.60 लाख रुपए मिलने थे। जिसके भुगतान के लिए वार्ड-10 का क्लर्क मनोज कुमार जैन ने 25 हजार की रिश्वत की मांग की। 10 हजार रुपए मनोज मंगलवार को ले चुका है। इंस्पेक्टर संजय शुक्ला की टीम ने बुधवार की शाम को वार्ड नंबर 10 के ईदगाह हिल्स स्थित कार्यालय में मनोज को 5000 की रिश्वत लेते पकड़ लिया।
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