गुजरात/भुज। धर्म के नाम पर महिलाओ के साथ किया जा रहा अभ्रद व्यवहार। माहवारी की जांच के लिए छात्राओ के कपड़े उतार कर जांच करने का यह मामला गुजरात के भुज जिले के सहजानंद गर्ल्स इंस्टीट्यूट के हॉस्टल का हैं, जहां भुज मे यह संस्थान भुज स्वामीनारायण मंदिर संचालित करता हैं। स्वामीनारायण संप्रदाय के दकियानूसी रिवाजो के अनुसार यहाँ छात्राओ को मासिक धर्म के दौरान छुआ-छूत जैसी कुप्रथाओ का सामना करना पड़ रहा हैं। रजस्वला के छात्रा को अन्य छात्राओ से अलग बैठने से लेकर खानपान तक कई कठोर नियमो का पालन करना पड़ता हैं। संस्था के शिक्षिका, प्रिंसिपल और चपरासी महिलाओ द्वारा छात्राओ के मासिक धर्म के दौरान स्वामीनारायण संप्रदाय के नियम-धर्मो के नाम पर उनके के साथ अभ्रद व्यवहार किया जा रहा हैं। जहां छात्राओ द्वारा माहवारी को लेकर कही झूठ तो नहीं बोला जा रहा हैं, इसकी पुष्टि करने के लिए छात्राओ के कपड़े उतार कर जांच की जाती हैं। अब सोचने वाली बात यह हैं कि क्या कोई धर्म किसी भी महिला, युवती के साथ इस प्रकार कि कुभद्रता करने कि इजाजत देता हैं। जहां महिलाओ, छात्राओ के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जाये।
इस संस्थान से जुड़े प्रवीणभाई पिंडोरिया का कहना हैं की सैनेटरी पैड देने के लिए 1 लाख रुपए मे मशीन खरीदी गई हैं। इतना ही नहीं छात्रावास मे रहने वाली लड़कियो के अन्य संस्थाओ के सहयोग से निशुल्क सैनेटरी पैड भी उपलब्ध करवाए जाते हैं।