भोपाल:(हीना खान) शहर के शासकीय अस्पताल हमीदिया मे आये दिन कोई न कोई घोटाला या फिर मरीज़ो के साथ हो रही लापरवाही से जुड़ी घटनाये सामने आती रहती है। कभी यहाँ लाखो रुपयो की दवाईया अचानक एक्सपायर हो जाती है तो कभी डॉक्टर्स द्वारा इलाज के लिए आए मरीज़ो की जान ऑपरेशन के दौरान हुई लापरवाही से चली जाती है। कभी लोगो को समय पर इलाज नही मिल पाता तो कभी मरीज़ो से जुड़ी जानकारी के पेपर ग़ायब हो जाते है। अस्पताल प्रशासन की यह गैर जिम्मेदार हरकतो से मरीज़ो के साथ शोषण होता देखने को मिलता था, लेकिन अब अस्पताल मे साफ सफाई और सुरक्षा करने वाले कर्मचारियो का भी शोषण किया जा रहा है। हमीदिया और सुल्तानिया अस्पताल मे सुरक्षा एवं सफाईकर्मियो को चार साल से समय पर वेतन नही मिलने पर उनका आर्थिक रूप से शोषण हो रहा है। इन अस्पतालो मे हाउस्कीपिंग और सिक्योरिटी का प्रबंध करने वाली यूडीएस कंपनी इन कर्मचारियो के साथ हो रहे शोषण की जिम्मेदार है। कर्मचारियो का कहना है की हमेशा महीने भर काम करवा लेते है, और वेतन के समय आता है तो आना कानी करते है। कंपनी सरकार से कर्मचारियो के नाम पर पूरा वेतन ले लेती है, और हमे वेतन देने मे बहुत समय लगा देती है। छोटी छोटी बातो को लेकर वेतन काट लिया जाता है। इसका विरोध करने के लिए कर्मचारियो द्वारा 26 बार हड़ताल व विरोध प्रदर्शन किए गए है, लेकिन उनकी कोई भी सुनवाई नही होती है। अब तो कंपनी ने हद ही करदी हड़ताल के साथ साथ आंदोलन कर रहे कर्मचारियो को ऐसे शपथ पत्रो पर हस्ताक्षर करवाये जा रहे है, जिसमे लिखा है वह कभी भी हड़ताल व आंदोलन नही करेंगे और कोई साथ ही शपथ पत्र बनवाने का पूरा खर्च उन ही का होगा। अगर हस्ताक्षर नही किए तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा। पहले से ही अपनी परेशानियों से जूझते हुए कर्मचारी आंदोलन कर रहे है, ऐसे मे हड़ताल को हमेशा के लिए खत्म करने को लेकर कंपनी के द्वारा कर्मचारियो पर शपथ पत्र का दबाव उनके साथ होने वाला अत्याचार है। इसकी पूरी जांच और कार्यवाही स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जानी चाहिए, तथा मामले को समझते हुए बैठक आयोजित कर कर्मचारियो की सुनवाई की जानी चाहिए।
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