भोपाल (अभिलाषा मिश्रा) चिरायु मेडिकल कॉलेज मे भर्ती कोविड मरीज का इलाज आयूषमान यौजना के तहद नहीं किए जाने को लेकर प्रबंधन ओर परिजानो से के बीच विवाद हुआ है जिसका विडियो रविवार दोपहर वायरल हुआ है इसमे हॉस्पिटल अफ़सर संचालक डॉ अजय गोयनका के अनुसार आयुषमान यौजना के तहद कोविड मरीजो का इलाज न होने की बात कह रहे है विडियो वायरल होने के करीब 6 घंटे बाद संस्थान के संचालक गोयंका के बयान जारी कर आयुष मान मरीजो क इलाज की बात कही साथ ही संस्थान के सोशल वर्कर् द्वारा आयुषमान मरीजो का इलाज न करने की बात का खंडन किया है। वायरल विडियो के मुताबिक 19 अप्रैल को कोविड के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था यहाँ 26 दिन चले इलाज के बाद महिला की मौत हो गयी हॉस्पिटल वालो ने साढ़े तीन लाख रुपेए मांगे थे साथ ही महिला का शव बिल का पेमेंट होने के पश्चात सौपने की बात कही जबकि परिजन 6 मई के बाद से इलाज योजना के तहत करने का बोल रहे थे। हॉस्पिटल वाले इलाज इस योजना के तहत करने तैयार नही हुये, जिसकी वजह से विवाद हो गया उनका कहना है की 6 मई के पहले तक के इलाज के तीन लाख रुपेये का पेमेंट किया है 6 मई से आयुष्मान यौजना लागू होने पर वह इस् योजना के तहत इलाज करवाना चाहते हे जिसके लिए हॉस्पिटल प्रबंधन तैयार नही हुआ ओर विवाद हो गया
इधर इस विडियो के वायरल होने पी आर भारत निरामय के सीईओ एस विश्वनाथन ने विडियो के आधार पर भोपाल कलेक्टर से इस मामले की रिपोर्ट मांगी ओर ये कहा की रिपोर्ट आने पर अस्पताल पर कार्यवाही की जाएगी
घटना का विडियो सामने आते ही मुख्यमंत्री ने कोरोना समीक्षा बैठक मे साफ शब्दो मे कहा की योजना के अंतर्गत अनुबंधित कोई भी निजी अस्पताल बेड खाली होने पर योजना के पात्र मरीज का इलाज निःशुल्क करने से इंकार नही करेगा।
एक तरफ जहाँ जनता कोविड महामारी के कहर से परेशान है, वही प्रदेश मे संचालित निजी अस्पताल लोगो की परेशानी को कम करने की बजाय उनकी परेशनियों को इलाज के नाम पर मनमाना रुपये वसूल रहे है। इस महामारी की आड़ मे निजी अस्पताल कोरोना से संक्रमित मरीजो के इलाज मे अच्छी ख़ासी कमाई करने मे जूटे हुए है इस तरह के माहौल मे राजधानी सहित कई दूसरे इलाको के बड़े निजी अस्पतालो ने बीते डेढ़ सालो मे मनमाने ढंग से कमाई की है राज्य सरकार के बड़े अफसरो के साथ मिलकर सरकार से करोड़ो रुपये वसुले ओर अब मरीज के परिजनो से इलाज के नाम पर वसूले जा रहे है।
सवाल ये उठता है कि एक तरफ प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चोहान आपदा को अवसर बना कर लूटने वालों के खिलाफ मीडिया मे बयान जारी करते हे कि ऐसे तत्वो को बख़्शा नही जाएगा वही दूसरी तरफ सालो से राजधानी वासियो को लूटने वाला चिरायू हॉस्पिटल की जब बात आती है तब प्रदेश सरकार के हाथ कार्यवाही करने मे क्यो फूल जाते है?