भोपाल
प्रदेश के सरकारी कॉलेज मे कार्यरत अतिथि विध्दानों को गर्मी कि 40 दिन की छुट्टी का हवाला दे कर उनको उनके कार्य से मुक्त किया जा रहा है। इसका आदेश कॉलेज के प्राचार्य या प्रभारी निकाल रहे है। प्राचार्यो ने इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग के एक आदेश को आधार बनाया है, जो 17 मई को निकला है। अपर आयुत चन्द्रशेखर ने यह आदेश सभी जिलो मे भेजा है। इसमे लिखा है की ग्रीष्मकाल व अन्य अवकाशों में अतिथि विध्दानों से काम लेने के लिए कॉलेज वालों में न तो एक रूपता है ओर न ही समानता। कहीं कार्यमुक्त करने की स्थिति बनेगी तो कहीं काम दिया जाएगा। यह प्राचार्य तय करेंगे तथा उसके बाद अतिथि विध्दानों को निकालना शुरू कर दिया है। अतिथि विध्दानों रोस्टर के अनुसार कॉलेज आकार काम करें। प्राचार्य तय करेंगे कि कौनसा काम दिया जाना है,इसे नजर अंदाज कर प्राचार्य अतिथि विध्दानों को कार्यमुक्त करने लगे है। कई जिलो (सागर,डिंडोरी,सीधी,कटनी,उज्जैन,ग्वालियर) समेत अन्य जिलो के भी सरकारी कॉलेजो के प्राचार्यो ने कार्यमुक्त के आदेश निकाल दिये है। हालाकि अभी 500 से अधिक अतिथि विव्दान 17 महीनो से वापसी के लिए संघर्ष कर रहे है। सरकार ने फले 2300 अतिथि विव्दनों को निकाल दिया था। इनमे से 1600-1700 कि वापसी हो गयी है। बाकी बचे हुये 450 पदों की फाइल अभी विभाग के पास अटकी है।
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