इंदौर(अभिलाषा मिश्रा)
सीएचएल हॉस्पिटल मे ब्लैक फंगस के उपचार के लिए 50लाख का एस्टिमेटेड बना कर दिया। इतनी बड़ी राशि सुन कर डॉक्टर्स भी हैरान है बड़ी से बड़ी सर्जरी मे इतना खर्च नहीं लगता है जितना की ब्लैक फंगस के उपचार के लिए बताया गया है। कुछ डॉक्टर्स ने इसका विरोध भी किया है और कुछ डॉक्टर्स ने इस बात पर सवाल भी उठाए है। एक डॉक्टर ने तो सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि 5 हजार के एंटी फंगल इंजेक्शन के 1लाख लिए जा रहे है। जिस मरीज के लिए ये एस्टिमेटेड दिया गया है उनका नाम पंकज गुप्ता है। अब तक उनकी ब्रेन और नाक कि दो सर्जरी हो चुकी है। उनकी पत्नी अंशु गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रामण से ठीक होने केआर बाद पति को ब्लैक फंगस इन्फेक्शन हो गया। बुधवार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक मेडिकल कॉलेज डीन के ऑफिस के बाहर खड़ी रही तब भी 5 इंजेक्शन मिले, जबकि रोज 16 इंजेक्सन लग रहे है। में ग्रहणी हूँ। और 2 बेटियाँ हैं। पति अकेले कमाने वाले है। पति रोज 1 लाख रुपए के इंजेक्शन लग रहे है जितनी बचन थी सब खर्च हो गयी है। 5 इंजेक्शन 2.5 हजार रुपए प्रति इंजेक्शन के हिसाब से मेडिकल कॉलेज से मिल रहे है।लेकिन बचे इंजेक्शन 12-13 हजार रूपये मे बाहर से खरीदना पद रहे हैं। पति को 28 दिन इंजेक्शन लगना है। अभी भी 20 दिन के इंजेक्शन लगना बाकी है। इस बारे मे ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ॰ प्रकाश तारे का कहना है कि इतना खर्च नहीं होता है। सबसे ज्यादा सिर्फ इंजेक्शन का खर्च होता है,बाकी एडोस्कोपिक सर्जरी होती है। उधर इस बारे मे सीएचएल अस्पताल प्रबंधन ने बात करने की कई कौशिश की गई,लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो पाए।
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